पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई सीमा पार से लगातार भारत के खिलाफ साजिश रच रही है और बड़े पैमाने पर कश्मीर में घुसपैठ की कोशिश कर रही है. सूत्रों के मुताबिक, पीओके में लश्कर, जैश और अल बद्र के आतंकियों के बीच बैठक हुई है, जिसमें फैसला लिया गया है कि बर्फबारी से पहले कश्मीर में ज्यादा से ज्यादा आतंकियों की घुसपैठ कराई जाए. एलओसी से सटे रास्तों में बर्फबारी से पहले आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशें बढ़ सकती हैं. बर्फ गिरने के कारण घुसपैठ के रास्ते कई महीनों से बंद हैं, इसलिए आईएसआई इस योजना पर जल्द अमल करना चाहती है.
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खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एलओसी से सटे लॉन्चपैड पर 200 से 250 आतंकियों के होने की सूचना है. इसके बाद सेना और सीमा सुरक्षा बलों (बीएसएफ) के अलावा खुफिया ब्यूरो (आईबी) अलर्ट पर है और कड़ी नजर रखे हुए है. सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 6 आतंकियों के एक समूह ने पिछले महीने जम्मू के राष्ट्रीय राजमार्ग के जरिए घाटी में घुसने की कोशिश की थी. आतंकियों ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के जरिए जम्मू के रास्ते घाटी में घुसपैठ की योजना बनाई थी. इसके बाद आतंकियों की तलाश के लिए राजौरी और पुंछ में तलाशी अभियान में घुसपैठ रोकने और आतंकियों की सफाए के लिए सेना की एक टुकड़ी को तैनात किया गया था.
यह संभव है कि आतंकवादी नियंत्रण रेखा (एलओसी) को पार कर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में फिर से प्रवेश कर गए हों. 11 अक्टूबर को सेना की आतंकियों से मुठभेड़ हुई थी, जिसमें पुंछ के डेरा की गली में हुए हमले में 5 जवान शहीद हो गए थे. तीन दिन बाद मेंढर में हुए आतंकी हमले में 4 जवान शहीद हो गए थे. उरी में घुसपैठ कर रहे आतंकियों के एक गुट को सेना ने मुठभेड़ में मार गिराया और घुसपैठ कर रहे एक पाकिस्तानी आतंकी को पकड़ा गया, जिससे पता चला कि पाकिस्तानी सेना घुसपैठ में मदद कर रही है.
HIGHLIGHTS
- पीओके में लश्कर, जैश और अल बद्र के आतंकियों के बीच बैठक हुई
- सीमा पर आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशें बढ़ सकती हैं
- लॉन्चपैड पर 200 से 250 आतंकियों के होने की सूचना