बांग्लादेश के नोआखली में पिछले दिनों एक इस्कॉन मंदिर में हुई तोड़फोड़ का भारत में इस्कॉन भक्तों ने विरोध किया है। शनिवार को पश्चिम बंगाल में इस्कॉन भक्तों ने इस घटना का विरोध किया। कोलकाता में भक्तों ने मंदिर के बाहर एकत्र होकर जमकर नारे लगाए. गौरतलब है कि इस्कॉन ने आज 150 देशों में लगभग 700 इस्कॉन मंदिरों में विश्वव्यापी विरोध का आह्वान किया है. कृष्ण के अनुयायी आंदोलन के जरिए बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों (minorities in Bangladesh) के लिए न्याय और सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं. जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं.
बांग्लादेश में सांप्रदायिक हिंसा
13 अक्टूबर को कुमिला में एक पूजा मंडप में कथित तौर पर कुरान के अपमान की खबरों के बाद बांग्लादेश में सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया था. इसके बाद देश के कई जिलों में हिंसा की घटनाएं देखने को मिलीं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 13 अक्टूबर वाले दिन हाजीगंज में पूजा स्थलों पर हुए हमलों में पुलिस गोलीबारी में करीब चार लोगों की मौत हो गई. वहीं दो दिन बाद नाओखली में हिंदू मंदिरों पर किए गए हमलों में दो और लोगों की जान चली गई. इसके बाद मंगलवार 19 अक्टूबर को बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल ने कहा कि अधिकारियों ने कोमिला त्रासदी के अपराधी की पहचान कर ली है और उसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
हिंसक हमलों से काफी हैरान है हिंदू समुदाय
इस्कॉन के प्रवक्ता ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि हिंदू समुदाय अपने साथी समुदाय के सदस्यों पर हिंसक हमलों से काफी हैरान है. उन्होंने कहा कि वैश्विक कीर्तन विरोध प्रदर्शन के रूप में वह बांग्लादेश के हिंदुओं के साथ अपनी एकजुटता दिखाएंगे. उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन के जरिए बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा और न्याय की मांग की जाएगी.
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने दिए कार्रवाई के निर्देश
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने गृह मंत्री असदुज्जमां खान को पूर्व नियोजित हमलों के अपराधियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. सरकार ने इस मामले को देश में चुनाव से पहले सांप्रदायिक सद्भाव को खराब करने की साजिश की बात कही है.
HIGHLIGHTS
- 150 देशों में लगभग 700 इस्कॉन मंदिरों में विश्वव्यापी विरोध का आह्वान
- कृष्ण के अनुयायी आंदोलन के जरिए बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के लिए न्याय और सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं
Source : News Nation Bureau