भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने पीएसएलवी-सी43 के जरिये 380 किलोग्राम भार वाले हाइपर स्पेक्ट्रल इमेजिंग सेटेलाइट (HysIS) और 30 अन्य उपग्रहों का गुरुवार सुबह सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया. 16 मिनट से अधिक की उड़ान भरने के बाद पीएसएलवी-सी43 (PSLV-C43) ने पृथ्वी की निगरानी करने वाले भारतीय उपग्रह हाइपर स्पेक्ट्रल इमेजिंग सेटेलाइट (HysIS) को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित कर दिया, जो वहां पांच साल तक रहेगा.
आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन (Satish Dhawan) अंतरिक्ष केंद्र से सुबह 9:58 मिनट पर इन उपग्रहों का प्रक्षेपण किया गया. 30 अन्य उपग्रहों का कुल वजन 261.5 किलोग्राम है. प्रक्षेपण यान के रवाना होने के बाद महज 112 मिनट में संपूर्ण अभियान पूरा हो जाएगा.
HysIS का प्राथमिक लक्ष्य विद्युत चुंबकीय स्पेक्ट्रम के इंफ्रारेड और शॉर्ट वेव इंफ्रारेड फील्ड में पृथ्वी की सतह का अध्ययन करना है. इसके साथ ही इसके रणनीतिक उद्देश्य भी हैं.
उड़ान के बाद 16 मिनट में रॉकेट के चौथे चरण को बंद कर दिया गया और इसके एक मिनट बाद ही भारतीय उपग्रह हायसिस निर्धारित कक्षा 636 किमी घ्रुवीय सूर्य समन्वय कक्ष (एसएसओ) में स्थापित हो गया.
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रॉकेट को 30 अन्य विदेशी उपग्रहों को स्थापित करने के लिए 503 किलोमीटर की निचली कक्षा में लाया जाएगा.
सभी 30 उपग्रह 504 किलोमीटर की कक्षा में स्थापित किए जाएंगे. इनमें से 23 सेटेलाइट अमेरिका के हैं और बाकी आस्ट्रेलिया, कनाडा, कोलंबिया, फिनलैंड, मलेशिया, नीदरलैंड और स्पेन के हैं.
Source : News Nation Bureau