Mudragada Padmanabha: ऐसा नहीं हुआ तो मैं अपना नाम बदल दूंगा…ऐसा कहते तो आपने बहुत लोगों को सुना होगा पर करते किसी को नहीं देखा होगा. लोग तैश में बड़बोले बयान दे देते हैं. पर आज हम आपको एक ऐसी कहानी सुनाने जा रहे हैं, जहां एक नेता ने पहले तो नाम बदलने की शर्त रखी और अब शर्त हार गए तो उन्होंने सच में अपना नाम बदल लिया. यह नेता जी आंध्रप्रदेश के हैं. आंध्रप्रदेश के यह नेता जी पूर्व सत्तारूढ़ दल वाईएसआरसीपी के सदस्य हैं. आइये जानते हैं आखिर कौन हैं वो नेता, जिन्होंने अपना नाम बदल लिया और आखिर वे कौन सी शर्त हारें हैं…
युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के नेता मुद्रगड़ा पद्मनाभम ने हाल में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कहा था कि अगर जनसेना पार्टी प्रमुख पवन कल्याण चुनाव में जीत दर्ज हासिल करते हैं तो वे अपना नाम बदल देंगे. चुनाव के नतीजे आए तो पवन कल्याण ने जीत दर्ज की. अब अपने शर्त के अनुसार, उन्होंने अपना नाम बदल लिया है. मुद्रगड़ा पद्मनाभम अब पद्मनाभ रेड्डी हो गए हैं. उन्होंने आधिकारिक रूप से अपना नाम बदला है. बता दें, पवन कल्याण ने आंध्रे प्रदेश की पिथापुरम विधानसभा सीट से जीत दर्ज की है. यहां से पवन कल्याण के सामने वाईएसआरसीपी की वेंगा गीथा विश्वनाथ खड़ी थी, जिन्हें हार का सामना करना पड़ा.
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ऐसा रहा आंध्रप्रदेश विधानसभा-लोकसभा चुनाव का रिजल्ट
गौरतलब है कि आंध्रप्रदेश में विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव साथ हुए थे. पवन कल्याण जनसेना पार्टी के प्रमुख हैं. उन्होंने भाजपा और टीडीपी के साथ मिलकर एनडीए के बैनर तले चुनाव लड़ा था. विधानसभा और राज्यसभा चुनावों में एनडीए ने भारी जीत दर्ज की और सत्तारूढ़ दल वाइएसआरसीपी को सत्ता से बेदखल कर दिया. ऐसा है रिजल्ट…
पद्मनाभ रेड्डी ने यह शिकायत भी की
इन सबके बीच, पद्मनाभ ने जनसेना प्रमुख के प्रशंसकों की शिकायत की. उन्होंने कहा कि पवन कल्याण के प्रशंसक उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं. रेड्डी ने कहा कि उनके प्रशंसक उन्हें अपशब्द कह रहे हैं. यह सब सही नहीं है. ऐसा व्यवहार किसी से साथ नहीं करना चाहिए. बता दें, पद्मनाभ रेड्डी चुनाव से कुछ समय पहले ही वाईएसआरसीपी के साथ आए थे.
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Source : News Nation Bureau