Jagannath Rath Yatra: ओडिशा के पुरी की जगन्नाथ रथ यात्रा विश्व प्रसिद्ध है. यहां पूरे भारत से लोग आते हैं. इस बार यह यात्रा एक दिन नहीं बल्कि दो दिन चलेगी. जगन्नाथ मंदिर का पंचांग बनाने वाले ज्योतिषि ने बताया कि इस साल आषाढ़ माह में कृष्ण पक्ष की तिथियां घट गई हैं. इस वजह से रथ यात्रा से होने वाली पूजा-पाठ सात जुलाई की शाम तक होगी. चूंकि रथयात्रा की तिथि को तो बदला नहीं जा सकता इसलिए सुबह शुरू होने वाली रथ यात्रा शाम को निकाली जाएगी. साल 1971 में भी ऐसा ही हुआ था.
ज्योतिषि डॉ. प्रसाद ने बताया कि 7 जुलाई को पूजा-पाठ दिन भर चलेगी. शाम चार बजे रथयात्रा शुरू हो सकती है. चूंकि सूर्यास्त के बाद रथ को हांका नहीं जाता इसलिए रथ को रास्ते में ही रोक दिया जाएगा. अगले दिन यानि आठ जुलाई को रथ सुबह जल्दी चलेंगे और इसी दिन महाप्रभु जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और भगवान बलभद्र गुंडिचा मंदिर पहुंचेंगे.
तीन दिन बंद रहेंगे स्कूल-कॉलेज
रथयात्रा दो दिन चलेगी, इस वजह से ओडिशा सरकार ने दो दिनों के लिए सरकारी छुट्टी का एलान किया है. मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने 7 और 8 जुलाई को प्रदेश भर के सरकारी दफ्तर, स्कूल और कॉलेज बंद करने के निर्देश दिए हैं.
315 स्पेशल ट्रेन चलाएगा रेलवे
रथयात्रा में आने वाले भक्तों की तादाद को देखते हुए रेलवे ने इस बार खास तैयारी की है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस बार 315 स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है. यह पहले की तुलना में काफी अधिक है.
मौसी के घर जाते हैं भगवान जगन्नाथ
बता दें, जितना प्राचीन जगन्नाथ मंदिर है, उतना ही प्राचीन रथ यात्रा भी है. रथ यात्रा इस बार सात जुलाई को होने वाली है. इस दिन त्रिदेव अपनी मौसी गुंडिचा देवी के घर जाते हैं. आठ दिन बाद वे वापस आते हैं. बता दें, जगन्नाथ मंदिर सिर्फ पुरी में ही नहीं बल्कि सैकड़ो भारतीय शहरों में धूमधाम से मनाया जाता है. यह उत्सव सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी जोरदार तरीके से मानाय जाता है फिर चाहे, अमेरिका हो इंग्लैंड हो. न्यूजीलैंड हो या फिर दक्षिण अफ्रीका अधिकांश देशों में रथ यात्रा उत्साह के साथ निकाला जाता है.
Source : News Nation Bureau