शुक्रवार शाम जयपुर के रामगंज में एक छोटी सी घटना ने तूल पकड़ लिया। यहां पुलिस के एक अतिक्रमण हटाने के अभियान में कथित तौर पर ग़लती से पुलिस का डंडा एक दंपत्ति को लग गया। जिसके बाद गुस्साई भीड़ ने पुलिस कांस्टेबल को जमकर मारा और यह घटना इतनी बढ़ गई की इलाके में कर्फ्यू तक लगाना पड़ गया था।
रामगंज में गुस्साए लोगों ने थाने का घेराव कर पुलिसरर्मियों को जमकर पीटा और वाहनों को आग लगा दी। इस घटना में 1 व्यक्ति की मौत हो गई और करीब 8 पुलिसकर्मी घायल हो गए। जिसके बाद प्रशासन को हालात संभालने के लिए तत्परता दिखाते हुए इंटरनेट सेवाएं तुरंत बंद कर दी और 4 थानों में कर्फ्यू लगा दिया।
इसके बाद सतर्कता बरतते हुए पुलिस ने शनिवार को स्कूलों को बंद रखने के आदेश जारी कर दिए थे। घटना की कवरेज कर रहे पत्रकार भी भीड़ के हत्थे चढ़ गए। भीड़ ने 4 पत्रकारों के साथ मारपीट की और उनके कैमरे तोड़ दिए।
जयपुर में 9 साल बाद लगा कर्फ्यू, मामूली बात पर मचा बवाल
बता दें कि 9 साल जयपुर में कर्फ्यू लगा है। हालांकि फिलहाल हालात नियंत्रण में है और पुलिस ने घटना की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और मामले की निष्पक्ष जांच की बात कही है। उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा, 'अगर इस घटना में कोई पुलिसकर्मी दोषी पाया गया तो सख़्त कार्रवाई की जाएगी।' साथ ही लोगों से कोई ग़लत कदम न उठाने की अपील की है।
इसके बाद रामगंज थाने में शांति समिति बैठक बुलाई गई जिसमें पुलिस आयुक्त संजय अग्रवाल सहित सभी समुदाय के लोगों ने हिस्सा लिया।
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Source : News Nation Bureau