खुफिया एजेंसियों के हवाले से बड़ी खबर आ रही है. बताया जा रहा है कि जैश-ए-मोहम्मद अयोध्या में बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने की फिराक में है. खुफिया एजेंसियों ने जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े टेलीग्राम चैनल पर जैश के चीफ मसूद अजहर का मैसेज इंटरसेप्ट किया है. टेलीग्राम चैनल पर मसूद अजहर की मैसेज को शेयर किया गया है, जिसमें राम जन्मभूमि पर हमले की साज़िश की बात कही गई है. ख़ुफ़िया एजेंसियों की रिपॉर्ट को सभी सुरक्षा एजेंसीज को भेजा गया है. अयोध्या समेत देश के अहम स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने को कहा गया है. देश में जैश-ए-मोहममद से जुड़े नेटवर्क पर निगरानी कड़ी करने के निर्देश जारी किए गए हैं.
यह भी पढ़ें : सचिन तेंदुलकर और पूर्व राज्यपाल राम नाईक की सुरक्षा में कटौती, आदित्य ठाकरे की बढ़ी
इससे पहले सितंबर में अमेरिका ने प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के प्रमुख नूर वाली महसूद समेत 12 लोगों को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया है और कई 'आतंकवादियों और उनके समर्थकों' पर प्रतिबंध लगाया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने 9/11 की बरसी से एक दिन पहले संदिग्ध आतंकवादियों और उन्हें वित्तीय सहायता पहुंचाने वाले लोगों और समर्थकों को पकड़ने के अपने प्रशासन की क्षमता में विस्तार करने के लिए एक कार्यकारी आदेश जारी किया.
दरअसल, पाकिस्तान और वहां के आतंकवादी संगठन जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने से सकते में आ गए हैं. अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद मसूद अजहर (Terrorist masood azhar) ने भारत को धमकी देते हुए कहा था- जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाने के बाद भी भारत अपने मंसूबों में कभी कामयाब नहीं हो सकेगा. एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, मसूद अजहर ने कहा था, जिस तरह से कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा छीना गया है उससे लगता है कि मोदी सरकार ने अपनी हार मान ली है. भारत सरकार के इस कदम से मुस्लिम अपना हक खो देंगे और इंडिया के बड़े कारोबारी कश्मीर में जमीन खरीद लेंगे. भारत के मंसूबे को कश्मीर के लोग कभी कामयाब नहीं होने देंगे.
यह भी पढ़ें : फसाद की फांस : योगी सरकार खुराफाती 'पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया' पर प्रतिबंध की तैयारी में!
मसूद अजहर ने कहा, मुजाहिदीन अपने मकसद के करीब पहुंच चुके हैं. अजहर का ये कथित मैसेज फरान जेफरी के नाम से सामने आया है. कश्मीर में जिहाद का एक अध्याय पूरा हो गया है.
इसके अलावा, अयोध्या में राम मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से भी आतंकवादी संगठन बदले की फिराक में हैं. फैसला आने के बाद से ही अयोध्या में आतंकी हमले की आशंका जाहिर की जा रही थी. सुरक्षाबलों को अंदेशा था कि अपने स्लीपर सेल के माध्यम से आतंकवादी संगठन अयोध्या मसले को लेकर देश में फसाद करा सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट से फैसला आने से पहले से ही सरकार, खुफिया एजेंसियों और सुरक्षाबल चौकन्ना हो गए थे. यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट ने भी फैसला देने से पहले उत्तर प्रदेश के गृह सचिव और डीजीपी को तलब कर सुरक्षा हालात का जायजा लिया था. हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार, सुरक्षाबल, खुफिया एजेंसियों की मुस्तैदी से कोई अनहोनी नहीं हुई. इसके लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल ने उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर सराहना भी की थी.
Source : News Nation Bureau