भारतीय इंटेलिजेंस एजेंसीज़ का कहना है कि पीओके में किये गये सर्जिकल स्ट्राइक का बदला लेने के लिये जैश-ए-मोहम्मद भारत की संसद पर हमला करने की फिराक में हैं।
सूत्रों का कहना है कि जैश-ए-मोहम्मद का मुखिया मौलाना मसूद अज़हर संसद पर दोबारा हमला करने की तैयारी कर रहा है।
सूत्रों के मुताबिक़, जैश के निशाने पर संसद भवन, दिल्ली सचिवालय, लोटस टेंपल और अक्षरधाम हैं।
इन आतंकी संगठनों को ISI की तरफ़ से निर्देश है कि संसद पर हमले से अगर चूक जाएं तो भीड़ भरे बाज़ार को निशाना बनाएं।
जैश-ए-मोहम्मद ने 2001 में संसद भवन पर अपने माड्यूल अफजल गुरू के ज़रिये आतंकी हमला किया था।
आतंकियों के बीच की बातचीत को इंटेलिजेंस एजेंसीज़ और जम्मू-कश्मीर की सीआईडी ने पकड़ा है। जिसमें पता चला है कि इन आतंकियों को सख्त हिदायत दी गई है कि वो “संसद को टारगेट करने की हरसंभव कोशिश करें।”
इनको ये हिदायत भी दी गई है कि अगर वो किसी तरह से संसद पर हमला नहीं कर पाते हैं तो भीड़-भाड़ वाले इलाकों में हमला करें।
इस जानकारी के मिलते ही सभी फील्ड ऑफिसर को सतर्क रहने के निर्देश दे दिये गये हैं ताकि इस तरह की किसी भी घटना को रोका जा सके।
इस हमले को जैश के अलावा एक और संगठन - जैश-उल-हक़ तंजीम अंजाम दे सकता है, जिसका सरगना मौलाना अब्दुर रहमान है।
Source : News Nation Bureau