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जामिया मिलिया के प्रोफेसर मोहम्मद जाहिद अशरफ को मिला विजिटर्स अवॉर्ड

जामिया में जैव प्रौद्योगिकी विभाग के प्रोफेसर मोहम्मद जाहिद अशरफ को कम ऑक्सीजन वाले वातावरण के प्रभाव से होने वाली ब्लड क्लॉटिंग समस्या और इसके नैदानिक विज्ञान से संबंध क्रिया विधि को समझने में उनके द्वारा किए गए अनुसंधान के लिए पुरस्कार प्रदान किया

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Mohit Sharma
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Professor Mohammad Zahid Ashraf

Professor Mohammad Zahid Ashraf ( Photo Credit : FILE PIC)

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जामिया मिलिया इस्लामिया में जैव प्रौद्योगिकी विभाग के प्रोफेसर मोहम्मद जाहिद अशरफ ( Jamia Millia Professor Mohammad Zahid Ashraf ) को कम ऑक्सीजन वाले वातावरण के प्रभाव से होने वाली ब्लड क्लॉटिंग समस्या और इसके नैदानिक विज्ञान से संबंध क्रिया विधि को समझने में उनके द्वारा किए गए अनुसंधान के लिए पुरस्कार प्रदान किया गया. यह अनुसंधान थ्रोंबोसिस के शीघ्र निदान और उपचार में सहायक सिद्ध हुआ है. यह रिसर्च सियाचिन जैसे इलाकों में भारतीय सेना और लद्दाख व नॉर्थ ईस्ट क्षेत्रों के टूरिस्ट को होने वाली क्लोटिंग की समस्या में बहुत लाभदायक सिद्ध होने वाली है.

प्रोफेसर जाहिद ने न्यूज़ नेशन को ऑन कैमरा बताया की भारत की किसी लैब के अंदर इस स्वास्थ्य समस्या को पहली बार डिस्कवर किया गया है, यह एक तरह की फंडामेंटल डिस्कवरी है जिसके बेस पर इस समस्या के लिए अर्ली डायग्नोसिस की जा सकेगी। जामिया मिलिया इस्लामिया के बायो टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड प्रोफेसर मोहम्मद जाहिद अशरफ द्वारा किए गए इस रिसर्च पर देश और विदेशों से सम्मान प्राप्त हुए हैं, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा प्रोफेसर जाहिद अशरफ को विजिटर्स अवॉर्ड फॉर रिसर्च (बायोलॉजिकल साइंस) से सम्मानित किया गया है।

उन्हें जैविक विज्ञान श्रेणी के तहत पुरस्कार दिया गया, जहां कुल 29 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं।  उनके काम ने उच्च ऊंचाई पर अत्यंत चुनौतीपूर्ण पर्यावरणीय परिस्थितियों में क्लोटिंग के शीघ्र निदान और उपचार के लिए रणनीति विकसित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

Source : Avneesh Chaudhary

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