जामिया मिल्लिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia) में नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों की ओर कुछ लोग घुसने का प्रयास कर रहे हैं आपको बता दें कि ये लोग 'गोली मारो...' का विवादित नारा लगाते हुए जामिया प्रदर्शनकारियों के धरना स्थल पर पहुंचे हैं. इन लोगों के वहां पहुंचने के बाद जामिया का माहौल एक बार फिर से गरम हो गया है. जामिया के गेट नंबर पांच के पास पहुंची इस भीड़ ने जामिया में धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. हालांकि जामिया में उग्र भीड़ में जुटे लोगों के धरना प्रदर्शन स्थल तक पहुंचने से रोका है और इस भीड़ को समझाने की कोशिश कर रही है. नारीबाजी करने वाले लोगों और दिल्ली पुलिस के बीच बातचीत जारी है.
आपको बता दें कि पिछले कई दिनों से दिल्ली का यह इलाका बेहद संवेदनशील बना हुआ है यहां पर रविवार की रात को फायरिंग भी हुई थी यह फायरिंग भी जामिया मिल्लिया इस्लामिया के गेट नंबर 5 के पास हुई थी और इस दौरान वहां पर दो संदिग्ध शख्स देखे गए थे. दिल्ली पुलिस दो आरोपियों तक उनके दो पहिया वाहन के पंजीकरण नम्बर के जरिये पहुंचने का प्रयास कर रही है जिसकी तस्वीर कैमरों में कैद हो गई है.
रविवार देर रात दो अज्ञात व्यक्तियों ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के पास चल रहे प्रदर्शन के दौरान गोली चलायी थी. यद्यपि इस घटना में कोई भी घायल नहीं हुआ, लेकिन इससे स्थल पर मौजूद लोगों में घबराहट पैदा हो गयी. सैकड़ों प्रदर्शनकारी जामिया नगर पुलिस थाने पहुंच गए और वहां सुबह चार बजे तक रहे ताकि यह सुनिश्चित कर सकें कि पुलिस उनकी शिकायत स्वीकार कर ले और कथित आरोपियों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज करे.
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जामिया के छात्र मोहम्मद हाफिज ने कहा, हमेशा की तरह पुलिस कोई शिकायत नहीं ले रही थी और नागरिकों द्वारा पुलिस थाने में दो से तीन घंटे नारेबाजी और पुलिस थाने में अधिकारियों से सम्पर्क किये जाने के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई. हफीज भी पुलिस थाने में मौजूद थे. उन्होंने कहा, हमने उस लाल रंग के स्कूटर की तस्वीर ली है जिसका इस्तेमाल आरोपियों ने किया था और उसके आधार पर उसके पंजीकरण नम्बर की पहचान की है. यह पुलिस पर है कि वह जांच करे और यह देखे कि वाहन का मालिक और आरोपी एक ही हैं या अरोपियों ने किसी अन्य का वाहन इस्तेमाल किया. जामिया नगर पुलिस ने यद्यपि इससे इनकार किया कि प्राथमिकी दर्ज करने में कोई देरी हुई.
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जामिया नगर के पुलिस निरीक्षक उपेंद्र सिंह ने मीडिया से कहा, कुछ लोगों के अनुसार स्कूटर के नम्बर का आखिरी अंक दो जबकि कुछ के अनुसार चार है. एक ही सीरीज (पंजीकरण) के कई वाहन होते हैं और हम अब पड़ताल कर रहे हैं कि अपराध में इस्तेमाल वाहन का वास्तविक नम्बर क्या है. पुलिस ने कहा कि वाहन पंजीकरण रिकॉर्ड के अनुसार, कैमरे में जिस दोपहिया वाहन का पंजीकरण नम्बर आया है जो अंक 2 के साथ समाप्त होता है, वह एक पुरुष का है, जबकि अंक 4 के साथ समाप्त होने वाला वाहन एक महिला का है.