राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और ATS के हाथों हाल ही में दिल्ली और यूपी से पकड़े गए 10 संदिग्ध आतंकियों की मदद करने के लिए मुसलमानों की सबसे बड़ी जमात जमीयत उलेमा ए हिन्द सामने आया है जिससे एक नई बहस शुरू हो गई है. देवबन्द में जमीयत उलेमा ए हिन्द जिला महासचिव और जमीयत उलेमा उत्तर प्रदेश के सचिव मौलाना जहीन अहमद ने News State को दिए गए एक्सक्लूसिव बयान में कहा कि जिन 10 युवकों को NIA और ATS ने पकड़ा है हम उनकी हर मुमकिन मदद करने के लिए तैयार हैं.
मौलाना जहीन ने सभी युवकों को बेकसूर बताया ओर कहा कि हमारे वकील पूरे मसले पर नजर बनाए हुए है. उन्होंने कहा इससे पहले भी कई युवकों को इस तरह गिरफ्तार
किया गया है और वो निर्दोष साबित हो चुके हैं इसलिए ये लोग भी बेकसूर साबित होंगे
जमीयत उलेमा ए हिन्द हमेशा से ही आतंकवाद के खिलाफ रहा है मगर बेकसूरों को इंसाफ दिलाने के लिए जमीयत हर मुमकिन लड़ाई लड़ेगी. गुरुवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों से आतंकी संगठन ISIS के मॉड्यूल 'हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम' के एक सरगना को गिरफ्तार किया था.
गिरफ्तार किए गए 10 संदिग्धों को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआई) के 12 दिनों की रिमांड में भेज दिया है. साथ ही को कोर्ट ने पांच आरोपियों को उनके परिवारों और मां-बाप को कोर्ट के अंदर मिलने की अनुमति दी है. उत्तर प्रदेश और दिल्ली में एक साथ एनआईए ने 17 ठिकानों पर छापेमारी की थी. पश्चिमी यूपी के गाजियाबाद, हापुड़, अमरोहा समेत कई जिलों और दिल्ली से एनआईए ने छापेमारी के बाद 10 संदिग्धों को गिरफ्तार किया था.
17 जगहों में पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद इलाके में 6 जगह, उत्तर प्रदेश के अमरोहा में 6 जगह, लखनऊ और हापुड़ में दो-दो जगह और मेरठ में एक जगह छापेमारी की गई थी. अधिकारी ने कहा था कि मॉड्यूल महत्वपूर्ण राजनीतिक और सुरक्षा कार्यालयों साथ-साथ दिल्ली और भीड़भाड़ वाली जगहों पर हमले की योजना बना रहा था.
वहीं इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों के वकील ने कहा, 'वे सभी छात्र हैं. एनआईए ने जो चीजें बरामद की हैं उसमें ट्रैक्टर का पावर नोजल भी है जिसे रॉकेट लॉन्चर बताया जा रहा है. जिसे वे विस्फोटक बता रहे हैं वे 'सुतली बम' हैं जो दिवाली में इस्तेमाल होते हैं. कई चीजें मनगढ़ंत हैं.'
Source : News Nation Bureau