पुलवामा हमले के बाद देश के साथ-साथ पड़ोसी देश में जबरदस्त हलचल हो रही है. हमले के बाद से कश्मीर के हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. इस पूरे मामले में जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पुलवामा हमले के बाद राज्य के साथ-साथ कश्मीरियों के खिलाफ षड्यंत्र रचे जा रहे हैं. उन्होंने कहा, ''हमने पीएम के बोलने का इंतजार किया, उनके शब्दों को आने में समय लगा. पीएम ने कहा है कि हमारी कश्मीरियों के खिलाफ नहीं बल्कि बंदूक के खिलाफ है. मैंने प्रधानमंत्री की इस बात का स्वागत किया, जिसके बाद मुझे कुछ लोगों द्वारा अपशब्द कहे गए. मैं फिर से अनुरोध कर रहा हूं कि संघ और उनके सहयोगियों को हमारे लोगों पर हमला करने से रोकें.''
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पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ''कश्मीरियों पर बेरोकटोक हमले चल रहे हैं. जब आप संयुक्त बयान जारी करते हैं तो वह कूटनीति होती है, लेकिन हम शांति की बात करते हैं तो हम राष्ट्र विरोधी हो जाते हैं. बंदूक, आतंकवाद और सुरक्षा बलों ने यहां विनाश के अलावा कुछ नहीं किया है. आज अरुणाचल को देखें, वहां आतंकवाद नहीं है. लेकिन PRC के साथ छेड़खानी करने से वहां की स्थिति बेहद खराब हो गई है. अगर अरुणाचल प्रदेश में PRC की तरह कश्मीर में अनुच्छेद 35A के साथ छेड़छाड़ की गई तो यहां के हालात भी बदतर हो जाएंगे.
Omar Abdullah, National Conference: The Centre and Governor have only one responsibility right now that is to hold elections. So, hold elections, let people take the decision, the new government will itself work towards safeguarding Article 35A. pic.twitter.com/zn3vGS754e
— ANI (@ANI) February 25, 2019
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उमर अब्दुल्ला ने कहा, ''मैं धमकी नहीं दे रहा लेकिन मैं चेतावनी दे रहा हूं कि आप यहां चीजों को बदतर कर देंगे. चलिए सरकार को शांति और चुनावों पर ध्यान केंद्रित करने दें और निर्वाचित सरकार को 35 ए बचाने दें. कश्मीर को प्रतिनिधियों और तीसरे मोर्चे के जरिए बांटने की कोशिश की जा रही है. जम्मू और लद्दाख में कोई तीसरा मोर्चा नहीं है.''
Source : Sunil Chaurasia