मोदी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी बनाए जाने के बाद से जम्मू-कश्मीर में पोषित हो रहे आतंकी संगठनों को करारा झटका लगा है. 2 महीने के बाद जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बताया कि वहां अगले कुछ दिनों में इंटरनेट सेवा को बहाल कर दिया जाएगा. इसके अलावा वहां टेलीफोन शुरू किए जाने को लेकर सत्यपाल मलिक ने खुलासा करते हुए कहा कि टेलीफोन के इस्तेमाल से आतंकी संगठन घाटी में एक बार फिर से गुटबाजी करने की फिराक में हैं.
राज्यपाल ने बताया कि कश्मीरी पहले भी बिना टेलीफोन के आसानी से जीवन बिता रहे थे. कश्मीरियों के लिए टेलीफोन से ज्यादा महत्वपूर्ण उनकी जिंदगी है. राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि फारूख अबदुल्ला के उपचुनाव के दौरान एक ही दिन में 9 लोगों की मौत हो गई थी, वहीं जम्मू-कश्मीर के पंचायत चुनावों में 4000 सरपंच बिना किसी जान-माल के नुकसान के इतनी आसानी से निर्वाचित हुए कि शायद ही किसी को पता चला हो. राज्यपाल ने आगे कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी बनाने के बाद से पिछले दो महीने में घाटी में किसी ने जान नहीं गंवाई है.
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इसके पहले बीते 7 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर में लगातार दो महीने के कर्फ्यू के बाद पर्यटकों को खुली छूट दे दी गई थी. पर्यटक अब बिना किसी रोक-टोक के साथ घाटी में पर्यटन के लिए जा सकते हैं. राज्यपाल ने ब्लॉक विकास परिषदों (BDC) चुनावों के बारे में जानकारी दी. उन्हें सूचित किया गया कि बीडीसी चुनावों में सक्रिय रूप से रुचि रख रहे हैं. बीडीसी के अध्यक्षों की अधिकांश सीटें भरी जाएंगी. राज्यपाल को सेब खरीद में प्रगति के बारे में भी बताया गया था, जो 850 टन और 3.25 करोड़ रुपये से अधिक है. सेब की दरों में कुछ बदलाव किए जा रहे हैं जिनकी घोषणा जल्द ही की जाएगी. वहीं पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर के खिलाफ जहर उगल रहा है. साथ ही नापाक हरकत से भी बाज नहीं आ रहा है.
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HIGHLIGHTS
- कश्मीरियों के टेलीफोन से ज्याद जरूरी जिंदगी
- अगले कुछ दिनों में बहाल हो जाएगा इंटरनेट
- आतंकी गुटबाजी के लिए करते हैं टेलीफोन का इस्तेमाल