कश्मीर घाटी में हिंसक प्रदर्शनों को काबू करने के लिये सुरक्षाबल अब पैलेट गन की जगह प्लास्टिक बुलेट्स इस्तेमाल करेंगे।
इसकी जानकारी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने लोकसभा में पूछे गए एक सवाल पर दी। साथ ही कहा कि पत्थरबाजों से सुरक्षा के लिये सुरक्षा बलों के लिये कोई अत्याधुनिक बंकर बनाने की सरकार की योजना नहीं है।
उन्होंने लोकसभा में कहा, 'सरकार ने कम खतरनाक प्लास्टिक बुलेट का इसत्ामल करने का फैसला लिया है। जिसका इस्तेमाल कश्मीर में कानून-व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिये किया जाएगा।
कश्मीर घाटी में साल 2016 में हुई हिंसा के बाद सुरक्षाबलों ने पैलेट गन का इस्तेमाल किया था जिसका विरोध किया गया था। सरकार ने कहा था कि इसका विकल्प जल्द तलाशा जाएगा।
पैलेट गन के उपयोग से कई लोगों की जान गई थी और बहुत से लोग अंधे हो गए थे।
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उन्होंने बताया कि सरकार ने एक विशेष दूत दिनेश्वर शर्मा की नियुक्ति की है। शर्मा इंटेलिजेंस ब्यूरो के पूर्व निदेशक हैं।
हंसराज अहीर ने कहा, 'लोगों की प्रतिक्रिया सकारात्मक है, बड़ी संख्या में समाज के विभिन्न तबकों का प्रतिनिधित्व करने वाले लोगों और प्रतिनिधियों खासकर युवाओं ने मुलाकात की है।'
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Source : News Nation Bureau