जम्मू-कश्मीर के पुंछ में हुई तीन नागरिकों की मौत के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है. इसे लेकर ब्रिगेडियर स्तर के एक अधिकारी पर एक्शन हुआ है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिगेडियर स्तर के एक अधिकारी पर जांच बैठा दी गई है. इस एक्शन को लेते हुए उन्हें अटैच कर दिया गया है. एक अधिकारी के क्षेत्र में हुए आतंकी हमले को लेकर जवानों के शहीद होने की घटना की जांच होगी. आपको बता दें कि राजौरी-पुंछ सेक्टर में घात लगाकर सेना के काफिले पर आतंकी हमाल हुआ था. इस हमले में चार जवान शहीद हो गए थे. रिपोर्ट के अनुसार, इसके बाद हमले से जुड़ी पूछताछ में तीन नागरिकों को हिरासत में लिया गया था. इस दौरान तीनों नागरिक मृत पाए गए थे. इसे लेकर सेना ने जांच के आदेश दिए.
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आपको बता दें कि 21 दिसंबर की शाम को लगभग पौने 4 बजे राजौरी/पुंछ के सुरनकोट उपखंड में डेरा की गली और बुफलियाज के बीच घने वन क्षेत्रों में दानार सवानिया मोड़ पर आतंकवादियों ने घात लगाकर सेना के दो वाहनों पर हमला किया. इसमें 4 जवान शहीद हो गए. वहीं तीन घायल हो गए. हमले की जद में आए सेना के वाहन एक अभियान के लिए जा रहे थे. आर्मी चीफ मनोज पांडे सोमवार को राजौरी पहुंचे. यहां पर उन्होंने सुरक्षा के हालात का जायजा लिया. सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें पूरी जानकारी दी.
खुफिया इंटेलिजेंस की नाकामी को जिम्मेदार ठहराया
जम्मू कश्मीर के पूर्व डीजीपी एसपी वैद ने राजौरी-पुंछ सेक्टर में लगातार हो रहे आतंकी हमलों को लेकर खुफिया इंटेलिजेंस की नाकामी को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि खुफिया नेटवर्क को बेहतर करना होगा. हमें सही इंटेलिजेंस रिपोर्ट न मिलने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि पुलिस और सेना में एसपीओ के पद पर स्थानीय लोगों को भर्ती करना चाहिए. उन्हें 100 फीसदी ये यकीन है कि वे आतंकियों को उनके ठिकाने से बाहर निकालने में कामयाब होंगे, क्योंकि वे यहां के चप्पे-चप्पे को जानते हैं.
Source : News Nation Bureau