पाकिस्तान लगातार देश में आतंकवाद फैलाने के लिए सीमापार से साजिशें रचता रहता है. सीमा पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के कारण अब उसने अपनी रणनीति में ड्रोन को शामिल कर लिया है. ड्रोन के जरिए वह सीमा पर भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भेज रहा है. ऐसे ही मामले में बुधवार देररात एक कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया, वहीं ड्रोन के सहारे गिराए गए हथियार और गोला-बारूद बरामद किए. ड्रोन से भेजे गए पैकेट को बम निरोधक दस्ते की देखरेख में खोला गया. हथियारों में एक एके-47 राइफल, मैगजीन, 40 एके राउंड, एक स्टार पिस्टल, पिस्टल राउंड और चाइनीज ग्रेनेड को जब्त किया गया है. आगे की जांच जारी है.
दरअसल ऐसे ही एक मामले में इस साल 24 फरवरी को अर्निया में हथियारों के साथ विस्फोटकों की बरामदगी के बाद मामला दर्ज किया गया था. इसमें जम्मू के एक शख्स को आरोपी बनाया गया था. पुलिस से पूछताछ में उसने खुलासा किया कि एक पाकिस्तानी कैदी हैंडलर मोहम्मद अली हुसैन उर्फ कासिम पाकिस्तान की ओर से इस तरह की गतिविधियों में अहम भूमिका निभाता है. उसने बताया कि वह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के साथ अल बद्र का मुख्य संचालक भी है. बाद में आरोपी को अदालत में उसे अदालत में पेश करके रिमांड पर ले लिया गया.
कड़ाई से पूछताछ के बाद पाकिस्तानी आतंकी ने बाद में कबूल किया कि अर्निया गांव में पाकिस्तान की ओर से ड्रोन से हथियार और गोला-बारूद गिराए जाने में उसकी भी भूमिका है. पुलिस ने अर्निया गांव में उसके बताए गए स्थानों पर सर्च ऑपरेशन भी चलाया. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह के अनुसार उसके बताए पहले स्थान पर कोई भी हथियार की बरामदगी नहीं हुई. मगर अंतरराष्ट्रीय सीमा के करीब फालियान मंडल में टोफ गांव के नजदीक हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्रियों को बरामद किया गया.
इस दौरान जब ड्रोन से गिरे एक पैकेट को खोलने का प्रयास हो रहा था. तभी आरोपी ने पुलिस अधिकारी पर हमला कर दिया. उसके सर्विस राइफल को दबोच कर गोलीबारी की. इसके साथ वहां से भागने का प्रयास किया. जवाबी कार्रवाई में आरोपी घायल हो गया. उसे जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती किया गया है. इलाज के दौरान आतंकी ने दम तोड़ दिया.
HIGHLIGHTS
- ड्रोन के सहारे गिराए गए हथियार और गोला-बारूद बरामद
- पैकेट को बम निरोधक दस्ते की देखरेख में खोला गया
- आरोपी ने पुलिस अधिकारी पर हमला कर दिया