जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर जवानों ने दो आतंकियों को मार गिराया है। पुलिस ने बताया कि मारे गए आतंकियों के पास से दो एके-47 राइफल भी बरामद की गई है। दोनों शवों को बरामद कर लिया गया है। मुठभेड़ में एक भी जवान घायल है।
जवानों और आतंकियों के बीच कुलगाम जिले के गोलपाड़ा गांव के नजदीक मुठभेड़ हुआ। इससे पहले जवानों को पता चला था कि गांव में कुछ आतंकी छुपे हुए हैं। जिसके बाद सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन चलाया।
सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद जवानों ने मोर्चा संभालते हुए दो आतंकियों को ढ़ेर कर दिया।
बता दें कि इससे पहले लश्कर-ए-तैयबा का खूंखार कमांडर अबु दुजाना को जवानों ने ढेर कर दिया था। दुजाना के साथ उसका एक अन्य साथी भी मारा गया था। दुजाना के सिर पर 15 लाख रुपये का इनाम था।
पाकिस्तानी आतंकवादी अबु दुजाना को पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों ने मंगलवार को उस वक्त मार गिराया, जब वह जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के एक गांव में अपनी पत्नी से मिलने आया था।
दुजाना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) का रहने वाला था। इस बात की जनकारी देते हुए राज्य की पुलिस ने पाकिस्तानी उच्चायोग से कहा कि वह अपने नागरिक आतंकी अबु दुजाना का शव ले जाए।
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पुलिस महानिरीक्षक मुनीर खान ने कहा, 'अगर वह (पाकिस्तान) शव पर दावा नहीं करता है तो, हम रीति-रिवाज के तहत शव को दफन कर देंगे।'
प्रशासन की इच्छा है कि दुजाना के परिजन उसकी अंत्येष्टि से पहले आखिरी बार अपने बेटे को देख पाएं और इसी मंशा से पाकिस्तान उच्चायोग से संपर्क साधा गया।
पुलिस ने दुजाना के शव की अंत्येष्टि के लिए उसे स्थानीय नागरिकों को सौंपने से मना कर दिया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'शव को उन स्थानीय नागरिकों को सौंपने का कोई मतलब नहीं हैं, जो घाटी का नहीं है।'
दुजाना अगस्त 2015 में उधमपुर हमला सहित भारतीय सुरक्षा बलों पर किए गए कई हमलों में शामिल था। उधमपुर हमले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दो जवान शहीद हो गए थे, जबकि 12 अन्य घायल हो गए थे।
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Source : News Nation Bureau