जम्मू-कश्मीर में आतंकी संगठन में शामिल हो चुके एक और लड़के ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और अपने परिवार में लौट आया।
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एस पी वैद ने कहा कि दक्षिणी कश्मीर का रहने वाला यह युवा वापस लौट आया है।
वैद ने कहा, 'एक युवा छात्र जो आतंकी संगठन में शामिल हो चुका था, वह अब दक्षिणी कश्मीर में मुख्य धारा की तरफ लौट आया है और उसने हिंसा और तबाही के रास्ते को छोड़ दिया है।'
इस युवा लड़के के लौटने की रिपोर्ट उस घटना के दो महीने बाद हुई है जब जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग इलाके से 20 साल का माजिद खान भी आतंकी संगठन में शामिल होकर लौटा था।
माजिद ने भी सुरक्षा बलों के सामने सरेंडर करने के बाद परिवार में लौट आया और अपने जुनूनी खेल फुटबॉल की तरफ मुड़ गया।
राज्य सरकार ने इसी तरह कई युवाओं को मुख्यधारा में शामिल कराने के लिए एक सरेंडर नीति 'निकट भविष्य में सकारात्मक परिणाम पाएं' अपनाई है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस तरह की योजना 2004 में प्रभावी हुई और 2010 में बदली गई। कुल 608 आतंकियों ने 2004 से लेकर मार्च 2015 के बीच सुरक्षा बलों के सामने सरेंडर किया। इस पर करीब 10 करोड़ रुपये खर्च हुए।
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Source : News Nation Bureau