जम्मू-कश्मीर पर केंद्र सरकार के विशेष दूत दिनेश्वर शर्मा ने गुरुवार को राज्य दक्षिण में स्थित त्राल की यात्रा कर वहां के लोगों से बातचीत की। ये एक ऐसा इलाका है जहां आतंकवाद अपने चरम पर है।
आतंकियों की धमकियों के मद्देनज़र कड़ी सुरक्षा के बीच वहां पर वो हेलीकॉप्टर से पहंचे और विभिन्न प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इन प्रतिनिधिमंडलों को राज्य सरकार की तरफ से वहां पर भेजा गया था।
जहां पर ये मुलाकात हुई वहां की सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी थी और सुरक्षा बल वहां कड़ी निगरानी कर रहे थे।
त्राल अवंतिपुरा का हिस्सा है और यहां पर आईएस आतंकियों की भी मौजूदगी है। पिछले 5-6 आतंकी हमलों का योजना यहीं पर जैश ए मोहम्मद ने तैयार की थी।
केंद्र के विशेष दूत को यहां की सुरक्षा की जानकारी दी गई लेकिन उन्होंने कहा कि वो वहां के लोगों से मुलाकात करना चाहते हैं।
पिछले साल अक्टूबर में भी विशेष दूत शर्मा ने कश्मीर घाटी की यात्रा की थी। जिसमें पुलवामा, शोपियां और कुलगाम शामिल थे। ये वो इलाके हैं जहां आतंकवाद सबसे ज्यादा है।
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उन्होंने कहा, 'मुझे लोगों का दर्द समझना है औऱ इसके लिये मुझे लोगों से मिलना होगा। मुझे उनके जीवन स्तर को समझना होगा ताकि मैं उसे बेहतर बना सकूं।'
उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल में आए लोगों ने काफी नाराज़गी के साथ अपनी बात कहने की कोशिश की लेकिन समय के साथ वो शामत भाव से अपनी बात रखने लगे।
कुछ लोगों ने बच्चों के लिये मैदान आदि की मांग की वहीं कुछ लोगों ने सुरक्षा बलों और सेना द्वारा परेशान किये जाने की शिकायत की।
दिनेश्वर शर्मा ने कहा, 'कुछ लोगों ने राजनीतिक हल जल्द निकालने की बात कही ताकि कश्मीर मुद्दे को खत्म किया जा सके। मुझे पता है कि मेरे पास जादू की छड़ी नहीं है जो सबकुछ ठीक कर देगा लेकिन मैं लोगों की बातें ध्यान और धैर्य से सुन सकता हूं और कोशिश कर सकता हूं कि उनके जीवन में कुछ राहत मिल सके।'
उन्होंने कहा, 'आप देखिये, त्राल यहां के प्रकृतिक जल स्रोतों के लिये मशहूर है। इसे एक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है और इसके लिये कदम उठाए जाने चाहिये।'
उन्होंने कहा कि त्राल में भय का माहौल है, साथ ही उम्मीद जाहिर की कि विकास यहां की ज़रूरत है ताकि यहां ससे आतंकियों के प्रभाव को खत्म किया जा सके।
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Source : News Nation Bureau