जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान के साथ कारोबार बंद नहीं किया जाना चाहिए तथा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार द्वारा दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने के लिए किए गए पहल 'लाहौर घोषणा' को विस्तार देने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के साथ कारोबार को सुदृढ़ करने की जरूरत है तथा दोनों पड़ोसी देशों के बीच दूरी कम करने के प्रयासों को रोकना नहीं चाहिए।
महबूबा ने कहा कि वाजपेयी के प्रधानमंत्रित्व काल के दौरान भारत और पाकिस्तान के संबंधों को सुदृढ़ करने की दिशा में लाहौर घोषणा दोनों देशों द्वारा उठाया गया सर्वश्रेष्ठ कदम था।
अपनी पार्टी 'पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी' (पीडीपी) के 18वें स्थापना दिवस पर महबूबा ने कहा कि कश्मीर भारत का ताज है और इसके बिना देश अधूरा है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के नेताओं को भारत आने की इजाजत होनी चाहिए और एकदूसरे का पक्ष जानने के लिए भारतीय राजनीतिज्ञों को उनके साथ बातचीत करनी चाहिए।
महबूबा ने कहा कि यह समय कश्मीरवासियों की रक्षा के लिए कदम उठाने का है, न कि पहले से ही परेशान कश्मीर की जनता के सामने नई समस्याएं खड़ी करने का।
और पढ़ें: शाहिद अब्बासी बने पाकिस्तान के अंतरिम प्रधानमंत्री, 45 दिनों तक संभालेंगे काम-काज
महबूबा के साथ ही मौजूद पीडीपी के उपाध्यक्ष और संसद सदस्य मुजफ्फर हुसैन बेग ने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर का जो 50 फीसदी हिस्सा पाकिस्तान के कब्जे में है, उस पर वास्तव में चीन ने नियंत्रण हासिल कर लिया है।
बेग ने कहा, 'आज की स्थिति यह है कि पाकिस्तान तक भारत के साथ बातचीत चाहता है, लेकिन बिना चीन की इजाजत के वह ऐसा कर नहीं सकता।'
और पढ़ें: महबूबा मुफ्ती बोलीं, संवैधानिक दर्जा बदला, तो कश्मीर में तिरंगे की हिफाजत कोई नहीं करेगा
Source : IANS