जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों ने 2017 में कुल 206 आतंकियों को मार गिराया, जबकि 75 अन्य को हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने के लिए राजी किया गया। राज्य पुलिस प्रमुख (डीजीपी) एसपी वैद ने रविवार को इस बात की जानकारी दी।
एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए पुलिस महानिदेशक वैद ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में 2017 के दौरान सुरक्षा बलों द्वारा शुरू किए गए 'ऑपरेशन ऑल आउट' को लेकर कई गलतफहमियां थीं।
उन्होंने कहा, 'मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि यह अभियान केवल आतंकियों को मार गिराने के लिए ही नहीं बल्कि उन्हें हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल करने के लिए भी शुरू किया गया था।'
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वैद ने कहा, 'इस साल, हमने 206 आतंकियों को मार गिराया और साथ ही हम 75 युवाओं को मुख्यधारा में वापस लाने में कामयाब रहे, जो या तो आतंक के साथ जुड़ चुके थे या फिर जुड़ने वाले थे। इन्हें छोड़कर, सात युवा ऐसे थे जो अपने परिवारों द्वारा हमारे प्रति समर्थन को देखकर हथियार त्यागकर वापस आ गए।'
वैद ने यह भी कहा कि राज्य पुलिस ने सार्वजनिक सुक्षा अधिनियम के तहत 34 लोगों के खिलाफ नशीले पदार्थो के दुरुपयोग का मामला दर्ज कर एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
डीजीपी ने हालांकि यह नहीं बताया कि एक साल के भीतर हमारे कितने जवान शहीद हो गए।
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Source : IANS