Advertisment

बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था रवाना, सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम

जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप से अमरनाथ यात्रा के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना हुआ।

author-image
ruchika sharma
एडिट
New Update
बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था रवाना, सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम

अमरनाथ यात्रा (IANS)

Advertisment

 जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप से अमरनाथ यात्रा के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना हुआ

जम्मू कश्मीर के चीफ सेक्रेटरी बीवीआर सुब्रमण्यम, जम्मू कश्मरी सरकार सलाहकार बीबी व्यास और जम्मू कश्मीर के राज्यपाल के सलाहकार विजय कुमार ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

जम्मू-कश्मीर राज्यपाल के सलाहकार विजय कुमार ने कहा, 'हर साल होने वाली अमरनाथ यात्रा काफी महत्वपूर्ण है जनता, सुरक्षा एजेंसी और डेवलपमेंट एजेंसी के सहयोग से हमने इस यात्रा की तैयारी की है ट्रैफिक सामान्य करने को लेकर प्रयास करने वाले है।'

बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से श्रद्धालु पहुंचे।

अमरनाथ यात्रा को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। जम्मू सेक्टर के सीआरपीएफ आईजी ने कहा, ' हम नई तकनीक और गाड़ियों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके साथ ही, पिछले साल की तुलना में सुरक्षा को बढ़ाया गया है खतरे की कोई बात नहीं है।'

पुलिस ने कहा, कुल 1,091 तीर्थयात्रियों का जत्था भगवती नगर यात्रा निवास से 52 वाहनों के एक काफिले के साथ रवाना हुआ। जत्थे में 780 पुरुष, 190 महिलाएं, एक बच्चा और 120 साधु शामिल हैं। 

अमरनाथ यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं काफी खुश नज़र आये श्रद्धालुओं ने कहा, 'हम अमरनाथ यात्रा पर जा रहे हैं, इस बात को लेकर हम बहुत खुश हैं। हमें यहां किसी का डर नहीं है। सुरक्षा के के कड़े प्रबंध किये गए है। हर साल सुरक्षा में सुधार किए जा रहे हैं।'

टिकरी में स्थानीय लोग और अधिकारियों ने अमरनाथ यात्रियों के पहले जत्थे का स्वागत किया श्रद्धालुओं ने कहा, 'हम व्यवस्था और सुरक्षा से खुश हैं'

और पढ़ें: EPFO ने कर्मचारियों को दी बड़ी राहत, नौकरी जाने के 1 महीने बाद निकाल सकेंगे 75 फीसदी हिस्सा

28 जून से सभी तीर्थयात्री 3,880 मीटर ऊंचे पहाड़ पर स्थित गुफा में दर्शन के लिए पैदल निकलेंगे।

अमरनाथ यात्रा 26 अगस्त को रक्षाबंधन त्योहार के साथ खत्म होगा।

शीतकालीन राजधानी जम्मू से बालटाल और दक्षिण कश्मीर के पहलगाम के दो बेस कैंप से लगभग 400 किलोमीटर यात्रा मार्ग को सुरक्षित रखने के लिए अर्धसैनिक बलों की 213 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की गई हैं।

आतंकी हमले की आशंका

सूत्रों के मुताबिक, आतंकी पाकिस्तान अधिग्रहीत कश्मीर (पीओके) की ओर से दो समूहों में घुसपैठ करने की योजना बना रहे है और अमरनाथ यात्रा में खलल डालने की पूरी कोशिश में हैं।

इसके लिए सुरक्षा एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में एनएसजी के ब्लैक कैट कमांडों को तैनात किया गया है।

अधिकारियों ने कहा है कि इस साल जम्मू-कश्मीर पुलिस, अर्द्धसैनिक बल, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, और सेना के करीब 40,000 सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है।

बता दें कि 2017 में आतंकियों ने अमरनाथ यात्रियों से एक बस पर हमला किया था। पिछले साल अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले में 7 तीर्थयात्रियों की मौत हुई थी और 19 लोग घायल हुए थे।

और पढ़ें: नीतीश कुमार के लिए महागठबंधन के सारे दरवाजे बंद, 36 घोटालों में हैं शामिल: तेजस्वी यादव

Source : News Nation Bureau

amarnath yatra Amarnath Yatra First batch
Advertisment
Advertisment