जम्मू-कश्मीर के शोपियां में सेना की गोलीबारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है। 27 जनवरी को हुई इस गोलीबारी के दौरान घायल नागरिक रईस अहमद की बुधवार को मौत हो गई है।
इस मामले में सेना के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है जिसमें कई अधिकारियों के नाम शामिल हैं। हालांकि सेना ने बचाव करते हुए दावा किया कि जिन अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर कराई गई है वह घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं थे।
घटना पर बवाल होने के बाद सेना ने कहा कि जवानों ने आत्मरक्षा के लिए गोलियां चलाई। सेना ने कहा कि पत्थरबाजों से घिरे सैनिकों को आत्मरक्षा और राष्ट्रीय संपत्ति की रक्षा में गोली चलानी पड़ी थी।
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गौरतलब है कि 27 जनवरी को हुई इस घटना के दौरान दो लोगों की मौत हो गई थी।
सेना के जवानों के खिलाफ जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हत्या की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। हालांकि कश्मीर में आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल पावर एक्ट (अफ्सपा) के कारण सैनिकों के खिलाफ मामला चलाने के लिये पुलिस को केंद्र सरकार से मंजूरी लेनी होगी।
आपको बता दें कि 27 जनवरी को 10 गढ़वाल राइफल्स के 40-50 सैनिकों का काफिला शोपियां के बालपुरा से गनापुरा के लिये निकला था। लेकिन केलर में पहले से ही पत्थरबाजी के कारण कुछ गाड़ियों ने गनापुरा का रूट लिया।
हाल ही में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी फिरदौस के मारे जाने के बाद से गनापुरा में काफी तनाव भरा माहौल था।
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Source : News Nation Bureau