जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के अध्यक्ष मोहम्मद यासीन मलिक को बुधवार को गिरफ्तार कर सेंट्रल जेल भेज दिया गया। मलिक को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वो एक रैली निकालने की कोशिश कर रहे थे।
वहीं हुर्रियत कांफ्रेंस के चेयरमैन मीरवाइज उमर फारूक को भी नजरबंद कर दिया गया है। अलगाववादी संगठन के एक नेता ने बताया कि मलिक को अबी गुजर में जेकेएलएफ कार्यालय से पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने से पहले यासीन मलिक ने जम्मू-कश्मीर में सत्ताधारी पार्टी पीडीपी और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा।
मलिक ने कहा, 'दोनों पार्टियां मीठे-मीठे नारों (हीलिंग टच, विचारों की लड़ाईयां, गोली नहीं सिर्फ बात) के साथ लोगों को धोखा देने की कोशिश कर रही है।'
इसी घटनाक्रम में मीरवाइज को नजरबंद कर रखा गया है। हालांकि पुलिस ने इस कार्रवाई के लिए कोई कारण नहीं बताया है।
इस घटना को देखते हुए अलगाववादियों ने 6 जनवरी को उत्तरी कश्मीर के सोपोर शहर में मलिक, मीरवाइज, सैयद अली शाह गिलानी के संयुक्त विरोधी नेतृत्व के बैनर तले बंद का ऐलान किया है।
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Source : News Nation Bureau