जम्मू-कश्मीर में विभिन्न दलों और गुटों से बातचीत के लिए केंद्र सरकार द्वारा नवनियुक्त वार्ताकार दिनेश्वर शर्मा सोमवार से अपने पांच दिवसीय दौरे पर कश्मीर पहुंच गये हैं।
इस दौरान हरि निवास पर दिनेश्वर शर्मा और विभिन्न गुटों के बीच बातचीत की शुरूआत होगी। इस दौरे पर वार्ताकार दिनेश्वर शर्मा बहुस्तरीय वार्ता प्रक्रिया की शुरूआत करेंगे।
आधिकारिक रूप से नियुक्ति के बाद वो पहली बार जम्मू कश्मीर जा रहे हैं। 4 दिन श्रीनगर में और 2 दिन जम्मू में रुकेंगे, जहां वो राज्य के सभी पक्षों से अलग-अलग समूहों में या फिर व्यक्तिगत तौर पर मुलाक़ात करेंगे।
देश के सर्वाधिक उच्च नौकरशाह दिनेश्वर शर्मा को कैबिनेट सचिव के दर्जे के साथ जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। अलगाववादी धड़ों के सूत्रों ने बताया कि अधिकारियों ने सैयद अली गिलानी को वार्ताकार से मुलाकात के लिए मनाने का प्रयास किया है।
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सूत्रों के मुताबिक, 'गिलानी साहब वार्ता प्रक्रिया का विरोध नहीं करते हैं लेकिन वह ऐसी किसी भी प्रक्रिया के लिए तैयार नहीं है, जिसका उद्देश्य बुनियादी मुद्दे को सुलझाने के बजाए उसमें देरी करना है।'
अलगाववादी नेताओं का समूह संयुक्त प्रतिरोध नेतृत्व (जेआरएल) पहले ही मध्यस्थ के साथ किसी भी तरह की वार्ता की संभावना को खारिज कर चुका है। जेआरएल में गिलानी, मीरवाइज उमर फारुख और यासीन मलिक जैसी अलगाववादी नेता शामिल हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारुख अब्दुल्लाह ने रविवार को कहा था कि उन्हें वार्ताकार की नियुक्ति कर वार्ता प्रक्रिया शुरू करने के प्रयास से अधिक उम्मीदें नहीं हैं।
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IANS इनपुटस के साथ
Source : News Nation Bureau