Janata Curfew: इतिहास के पन्नों में 24 मार्च का दिन लोगों को याद है. वजह सभी जानते हैं. आज ही के दिन यानि 24 मार्च 2020 को देशभर में कोरोना को लेकर लॉकडाउन का ऐलान हुआ था. पीएम मोदी ने जनता कर्फ्यू का ऐलान करते हुए 21 दिनों के बंद की घोषणा की थी. जनता कर्फ्यू का आज तीसरा साल है. इस दिन 24 घंटे के लिए पूरे देश में सन्नाटा पसर गया था. शहर, गांव, दुकान, दफ्तर हर जगह सन्नाटा देखा गया. लोगों ने पूरी शिदस्त के साथ पीएम के आह्वान पर अमल किया. 24 घंटे लोगों ने घर में बिताए. गौरतलब है कि 2020 में कोरोना का पहला मामला देश में आया था.
सबसे पहले चीन में मामले आए. इसके बाद दुनिया के कई भागों में कोरोना तेजी से फैलने लगा. केंद्र सरकार को इस बात का डर था कि कहीं ये महामारी तेजी से न फैलने लगे. इसे रोकने के लिए कोरोना कर्फ्यू का सहारा लिया गया. देश में उस समय महामारी से लड़ने के लिए संसाधन नहीं थे. इस कारण देश में कड़े लॉकडाउन का निर्णय लिया गया. जनता के बीच उस समय ऐसी सोच थी कि कुछ दिनों के बाद यह लॉकडाउन खत्म हो जाएगा. मगर 21 दिनों के बाद इसे दोबारा बढ़ा दिया गया.
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लोगों में हौसला बढ़ाने के लिए पीएम ने लॉकडाउन के साथ घरों की छत पर थाली बजाने का आह्वान किया. जनता कर्फ्यू के बाद पीएम ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों को घरों की छतों पर जाकर थाली को चम्मच से बजाना चाहिए. इस तरह से उनके अंदर का भय बाहर निकलेगा. लोगों के हौसले बुलंद होंगे. शाम को अंधेरा होते ही लोग अपनी छतों पर थाली-चम्मच बजाते और इसके साथ ताली बजाकर एक दूसरे का हौसला बढ़ाने का प्रयास करते. पीएम के द्वारा जनता कर्फ्यू के दौरान इस आह्वान को लोगों ने खूब पसंद किया. इसे आज भी याद किया जाता है. शाम को लोग पांच बजकर पांच मिनट छतों और बालकनी पर खड़े होकर ताली और थाली बजाते थे.
HIGHLIGHTS
- 2020 में कोरोना का पहला मामला देश में आया था
- जनता कर्फ्यू का ऐलान करते हुए 21 दिनों के बंद का ऐलान
- अंधेरा होते ही लोग अपनी छतों पर थाली-चम्मच बजाते