राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर भड़काऊ भाषण देने के मामले (jantar mantar hate speech case) में फरार चल रहे भूपेंदर तोमर उर्फ पिंकी चौधरी (pinki chaudhary) ने मंगलवार को थाने में आत्मसमर्पण कर दिया है. दिल्ली के मंदिर मार्ग थाने में पिंकी चौधरी अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ पहुंचे. उसके समर्थकों ने थाने के बाहर फूलमाला पहनाकर और कंधे पर उठाकर उसका जोरदार स्वागत किया. इस मामले में अब दिल्ली पुलिस (Delhi Police) पिंकी चौधरी को गिरफ्तार करेगी. हालांकि, पिंकी चौधरी ने सोमवार को सरेंडर करने की बात कही थी.
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सरेंडर करने पहले पिंकी चौधरी ने कोर्ट में विश्वास होने की बात कहते हुए कहा था कि उसने कुछ भी गलत नहीं बोला था. पिंकी चौधरी कई बार इस बात को कह चुका है कि उसने कुछ भी गलत नहीं बोला था. आपको बता दें कि जंतर-मंतर पर एक कार्यक्रम के दौरान आठ अगस्त को एक धर्म विशेष के खिलाफ भड़काऊ नारेबाजी की गई थी. इस कार्यक्रम में हिंदू रक्षा दल के नेता पिंकी चौधरी भी मौजूद थे. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई करते हुए वकील अश्विनी उपाध्याय को भी गिरफ्तार किया था. वहां पर नारेबाजी के समय अश्विनी उपाध्याय मौजूद थे. हालांकि, बाद में उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई थी.
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इस मामले में दिल्ली पुलिस ने वकील अश्विनी उपाध्याय को गिरफ्तार किया था. दिल्ली पुलिस ने अश्विनी उपाध्याय के अलावा विनीत, दीपक, प्रीत सिंह, दीपक सिंह और विनोद शर्मा सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया था. आपको बता दें कि गिरफ्तार लोगों में शामिल प्रीत सिंह प्रीत सिंह सेव इंडिया फाउंडेशन का निदेशक है, जिसके बैनर तले 8 अगस्त को जंतर-मंतर पर कार्यक्रम किया गया था.
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वहीं, पूरे मामले में दिल्ली पुलिस को पिंकी चौधरी नाम के शख्स की तलाश थी, जो जंतर-मंतर पर भड़काऊ नारे लगा रहा था. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच इस मामले में पूरी तरह से सक्रिय है.
Source : News Nation Bureau