राष्ट्रीय लोक दल ( RLD ) ने आज यानी सोमवार को अधिकारिक रूप से भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ( NDA ) में शामिल होने का ऐलान कर दिया है. इस मौके रालोद अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने काफी सोच-समझकर और विमर्श के बाद यह फैसला लिया है. रालोद के इस कदम से विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया को बड़ा झटका लगा है. रालोद से पहले ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और नीतीश कुमार की जेडीयू भी इंडिया का साथ छोड़ चुकी है. कुछ ऐसी ही स्थित आम आदमी पार्टी की भी बनी हुई है. आप ने पंजाब और चंडीगढ़ में अपने बल पर लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की है.
जयंत ने सोच समझकर लिया फैसला बताया
आपको बता दें कि हाल ही में मोदी सरकार ने जयंत चौधरी के दादा और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न देने की घोषणा की है. इसके बाद से ही अटकलें लगाई जा रही थी कि जयंत चौधरी विपक्षी गठबंधन को छोड़कर एनडीए में शामिल हो सकते हैं. आज एनडीए में शामिल होने के बाद जयंत चौधरी ने इन कयासों पर विराम लगा दिया है. NDA में शामिल होने पर RLD प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा कि मैंने अपनी पार्टी के सभी विधायकों और कार्यकर्ताओं से बात करने के बाद यह फैसला लिया। इस फैसले के पीछे कोई बड़ी प्लानिंग नहीं थी... हमें थोड़े समय में ही यह फैसला लेना पड़ा... हम लोगों के लिए कुछ अच्छा करना चाहते हैं.
27 सीटों पर रालोद की सीधी पकड़
दरअसल, वेस्ट यूपी एक जाट-मुस्लिम बाहुल्य इलाका माना जाता है, जहां राष्ट्रीय लोकदल की मजबूत पकड़ मानी जाती है. यहां लोकसभा की 27 सीटें हैं और 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने इनमें से 19 सीटों पर जीत हासिल की थी. जबकि 8 सीटें विपक्षी पार्टियों के खाते में चली गई थीं, जिनमें 4 पर समाजवादी पार्टी और 4 पर बहुजन समाज पार्टी ने जीत हासिल की थी. लेकिन रालोद को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी.
Source : News Nation Bureau