सुशांत सिंह राजपूत के मामले में एक तरफ जहां बिहार पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी है, वहीं मुंबई पुलिस के असहयोग रवैये के कारण बिहार की राजनीति गर्मा गई है. सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में जांच के लिए मुंबई गए आईपीएस विनय तिवारी को BMC द्वारा क्वारंटीन करने के बाद हर ओर आलोचनाएं ही हो रही है. जांच के दौरान JDU के नेता राजीव रंजन ने बड़ा बयान दे डाला है.
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जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि इस मामले में रिया चक्रवर्ती आखिरी गवाह और आरोपी भी है. पहले जिस हालात में सुशांत की मैनेजर दिशा सालयान की मौत हुई, उसके बाद मुंबई पुलिस ने पूरे मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया. दिशा के बाद, सुशांत की हत्या हुई और मामले में एकमात्र गवाह रिया चक्रवर्ती बची हैं. राजीव रंजन ने कहा कि इस मामले में शामिल संदिग्ध कभी भी रिया चक्रवर्ती की हत्या कर सकते हैं. इसलिए रिया को चाहिए कि वो अपना बयान कोर्ट में दर्ज करवाए.
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आपको बता दें कि आईपीएस अधिकारी को क्वारंटाइन करने के बाद बिहार के सियासी हलकों में घमासान मचा है. BJP, JDU सहित तमाम विपक्षी नेताओं ने भी इसकी निंदा की है. बीजेपी नेता संजय मयूख ने कहा कि मुंबई पुलिस जैसी कार्रवाई कर रही है, वह शर्मनाक है. बिहार सरकार ने ये वादा किया है कि इस मामले में चाहे कितने बड़े चेहरे क्यों न हों, उन पर कार्रवाई होगी. आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने इसे बिहार की अस्मिता से जोड़ते हुए बताया कि यह बिहार का अपमान है. किसी भी राज्य की पुलिस ऐसा व्यवहार नहीं करती. बिहार के सीएम को चाहिए कि बिना देरी के CBI जांच के लिए केंद्र को लिखें.
Source : News Nation Bureau