तीन तलाक बिल पर JDU नहीं देगी BJP का साथ, जाने राज्यसभा का नया समीकरण

गुरुवार को नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू (जनता दल युनाइटेड) ने स्पष्ट कर दिया है कि वो तीन तलाक़ बिल पर केंद्र सरकार के साथ नहीं है और अगर राज्यसभा में वोटिंग हुई तो वह इसके समर्थन में वोट नहीं करेंगे.

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Deepak Kumar
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तीन तलाक बिल पर JDU नहीं देगी BJP का साथ, जाने राज्यसभा का नया समीकरण

तीन तलाक़ बिल पर JDU-BJP की राह अलग-अलग

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मोदी सरकार के लिए राज्यसभा में तीन तालक़ पास कराना भारी चुनौती बनती जा रही है. पहले से ही उच्च सदन नें बीजेपी अल्पमत में है ऐसे में एनडीए (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) की सहयोगी जेडीयू के अलग होने से मोदी सरकार की मुश्किल और बढ़ गई है. बता दें कि गुरुवार को नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू (जनता दल युनाइटेड) ने स्पष्ट कर दिया है कि वो तीन तलाक़ बिल पर केंद्र सरकार के साथ नहीं है और अगर राज्यसभा में वोटिंग हुई तो वह इसके समर्थन में वोट नहीं करेंगे. जेडीयू के इस क़दम को बीजेपी सुविधा की राजनीति बता रही है. बीजेपी सांसद सीपी ठाकुर ने कहा कि तीन तलाक का विरोध उनकी मजबूरी है क्योंकि उन्हें लगता है कि ऐसा करने से एक समुदाय का वोट उन्हें नहीं मिलेगा.

वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया ने कहा कि अपना दल और राजभर तो पहले ही बीजेपी के खिलाफ थे, ऐसे में JDU ने भी जता दिया कि वो BJP के साथ नहीं हैं. गौरतलब है कि लोकसभा में भी तीन तलाक़ विधेयक को लेकर जेडीयू चुप्पी साधे हुई थी.

इससे पहले जेडीयू राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने एक निजी चैनल से बात करते हुए कहा कि हम लोग तीन तलाक़ के पक्ष में नहीं हैं. तीन तलाक़ बिल से लाखों महिलाएं प्रभावित होंगी. इसके साथ ही यह मामला एक बड़े समुदाय की परंपरा से भी जुड़ा है. इसलिए बेहतर होगा कि उस समुदाय के लोगों से बातचीत कर समाधान निकाला जाए. तीन तलाक़ विधेयक के वर्तमान स्वरूप के हमलोग पक्षधर नहीं हैं. इसलिए हम समर्थन में वोट नहीं करेंगे.

अब राज्यसभा में क्या होगा समीकरण

राज्यसभा में फ़िलहाल कुल सांसदों की संख्या- 244

NDA की सीट
बीजेपी सांसद- 73
अकाली दल सांसद - 3
शिवसेना सांसद- 3

यानी कि बीजेपी+ के पास कुल 79 सांसद है. वहीं अन्य 12 सांसदों के समर्थन की उम्मीद जताई जा रही है. अत: बीजेपी के पक्ष में 91 वोट दिखाई दे रहा है.

वहीं कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के समर्थन में पड़ने वाले वोट पर भी चर्चा करते हैं.

कांग्रेस सांसद - 50
टीएमसी सांसद- 13
एआईडीएमके सांसद- 13
समाजवादी पार्टी सांसद- 13
लेफ्ट फ्रंट सांसद - 7
टीडीपी सांसद- 6
टीआरएस सांसद - 6
आरजेडी सांसद- 5
बीएसपी सांसद- 4
डीएमके सांसद- 4
बीजू जनता दल सांसद- 9
आम आदमी पार्टी सांसद- 3
पीडीपी सांसद- 2
जेडीयू सांसद - 6

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यानी कि कुल 141 सांसद विपक्ष में दिखाई दे रहे हैं. सरकार को बिल पास कराने के लिए 123 वोट चाहिए. अगर जेडीयू सदन से वॉकआउट भी करती है तो सदन के अंदर कुल 238 सदस्य होंगे, ऐसे में बीजेपी को 120 सीट चाहिए. ऐसे में आंकड़े फ़िलहाल बीजेपी के विरोध में जाती दिखाई दे रही है.

Source : News Nation Bureau

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