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जदयू ने जारी किया 'कुबूलनामा', लालू को घोटाले के गुनाह कुबूल करने की दी सलाह

सृजन घोटाले को लेकर बिहार के राष्ट्रीय जनता दल बिहार के मुख्यमंत्री पर लगातार ही निशाना साध रही है। हाल ही में तेजस्वी यादव ने ट्वीट करके कहा था कि नीतीश कुमार के संरक्षण में इस घोटाले को अंजाम दिया गया है।

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Narendra Hazari
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जदयू ने जारी किया 'कुबूलनामा', लालू को घोटाले के गुनाह कुबूल करने की दी सलाह

आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (फाइल)

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एक ओेर जहां सृजन घोटाले को लेकर बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर लगातार निशाना साध रही है, वहीं शनिवार को जेडीयू ने 'कुबूलानमा' नाम से लालू प्रासद के नाम एक खुला पत्र जारी किया है।

जेडीयू के विधान पार्षद नीरज कुमार द्वारा जारी इस कुबूलानामा में लालू से गुनाहों को कबूल करने की अपील की गई है।

जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कुबूलनामा में कहा, 'लालू प्रसाद को यह कुबूल करना चाहिए कि सृजन घोटाले की शुरुआत राबड़ी देवी के मुख्यमंत्री काल में हुई थी और लालू की पत्नी ही सृजन घोटाले की जनक मनोरमा देवी को कार्यालय और जमीन देने के लिए जिम्मेदार हैं।'

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नीरज ने कहा कि लालू प्रसाद को यह भी कुबूल करना चाहिए कि जैसे ही उन्होंने सृजन घोटाले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की मांग की तत्काल राज्य सरकार ने इस की अनुशंसा कर दी।

नीरज ने लालू पर तंज कसते हुए पत्र में लिखा है कि सृजन जैसे गंभीर वित्तीय अनियमितता का मामला उठाने से लालू प्रसाद को बचना चाहिए। लालू को यह कुबूल करना चाहिए कि वित्तीय अनियमितता के मामले को उठाने की नैतिक पात्रता नहीं है क्योंकि वह खुद भ्रष्टाचार के मामले में सजायाफ्ता हैं।

जदयू नेता ने लालू प्रसाद को सलाह देते हुए कहा कि भागलपुर में सृजन घोटाले से पहले अपने कार्यकाल में हुए चारा घोटाला, डिग्री घोटाला, अलकतरा घोटाला, रेलवे होटल टेंडर घोटाला, संपत्ति निर्माण योजना, बेनामी संपत्ति अर्जन जैसे गुनाहों को कुबूल करना चाहिए।

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नीरज कुमार ने लालू प्रसाद पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने राजनीति में धंधा करते हुए मंत्री विधायक एवं सांसद बनवाने के लिए राजनीतिक भयादोहन किया है।

उल्लेखनीय है कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद सृजन घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। गौरतलब है कि सृजन घोटाले में 1,000 करोड़ से ज्यादा की सरकारी राशि के दुरुपयोग का आरोप है, जिसकी जांच सीबीआई कर रही है।

आरजेडी ने साधा नीतीश पर निशाना

वहीं सृजन घोटाले को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) रविवार को एक रैली करने जा रहा है। 'सृजन के दुर्जनों का विसर्जन' नामक इस रैली में भाग लेने के लिए आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव शनिवार को पटना से ट्रेन से भागलपुर के लिए रवाना हुए।

रैली से पहले विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। तेजस्वी ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर नीतीश से कई सवाल पूछे।

तेजस्वी ने कहा, 'सृजन घोटाला सीधे तौर पर नीतीशजी के संरक्षण में हुआ है। फिर सीबीआई ने अब तक प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज क्यों नहीं की? राजग में जाने की क्या यही डील थी?'

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उन्होंने आगे लिखा, 'सृजन घोटाले का ही कमाल है, जो आज नीतीश दोबारा भाजपा संग बैठे हुए हैं। अपने काले पाप छुपाने के लिए ये लोग एक हुए हैं।'

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, 'नीतीश और सुशील मोदी पर सृजन घोटाले में सीबीआई तुरंत दफा 120बी और 420 का मुकदमा दर्ज कर अपनी विश्वसनीयता प्रमाणित करे।'

आरजेडी नेता ने एक ट्वीट में मुख्यमंत्री को घोटाले का संरक्षक बताते हुए लिखा, 'सृजन घोटाले के मुख्य संरक्षकों नीतीश कुमार और सुशील मोदी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने के बजाय सीबीआई उन्हें संरक्षण प्रदान करने में जुटी है।'

Source : IANS

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