JEE-NEET परीक्षाओं पर केंद्र सरकार औऱ विपक्ष में महाभारत जारी है. इस मसले पर आरोप-प्रत्यारोप के हालिया दौर के बीच सुप्रीम कोर्ट परीक्षाओं पर आज फैसला सुनाएगा. कोरोना संक्रमण काल में परीक्षाओं को कराने पर विपक्ष मोदी सरकार (Modi Government) पर लगातार हमलावर है. इस कड़ी में कांग्रेस (Congress) इस मसले के विरोध में राष्ट्रव्यापी आंदोलन कर रही है. प्रवेश परीक्षाओं पर मचे घमासान के बीच बीजेपी सांसद औऱ दिग्गज नेता सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) को महाभारत की याद आ गई हैं. उन्होंने शुक्रवार को एक ट्वीट कर परीक्षाओं से जुड़े अलग-अलग पक्षों को महाभारत के चरित्रों से नवाजते हुए खुद को विदुर करार दिया है.
In the NEET and JEE exam matter today, are students like Draupadi being disrobed? CMs can play the role of Krishna. All my experience as a student and then Professor for 60 years tells me something wrong has been scheduled. I feel like Vidura.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) August 28, 2020
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खुद को बताया विदुर
इस दिग्गज बीजेपी नेता ने स्टूडेंट्स की तुलना द्रौपदी और मुख्यमंत्रियों की भगवान कृष्ण से की है. साथ ही अपने आपको विदुर बताया है. गौरतलब है कि विदुर ने कौरवों के दरबार में द्रौपदी के अपमान का विरोध किया था. शुक्रवार को किए गए अपने ट्वीट में स्वामी ने कहा, 'आज NEET और JEE परीक्षा के मामले में, क्या छात्रों को द्रौपदी जैसे अपमानित किया जा रहा है? सीएम कृष्ण की भूमिका निभा सकते हैं. एक छात्र के रूप में और फिर 60 वर्षों तक प्रोफेसर के रूप में मेरे अनुभव बताते है कि कुछ गलत होने वाला है. मुझे विदुर जैसा लगता है.'
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मुख्यमंत्रियों को लगाई थी लताड़
गौरतलब है कि इससे पहले सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा था कि जब 11 राज्यों के मुख्यमंत्री नीट और जेईई परीक्षा कराए जाने का विरोध कर रहे हैं, तो फिर कोर्ट जाने की क्या जरूरत है. क्या मुख्यमंत्रियों के पास कोई ताकत नहीं. इस बीच कुछ राज्य सरकारें सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने की तैयारी कर रही हैं. आने वाले एक या दो दिन में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की जा सकती है. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सात गैर बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों संग बैठक कर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का निर्णय किया था.