झारखंड के ललमटिया में कोयला खदान धंसने की वजह से अबतक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। अभी भी मलबे में 40-50 मजदूर के दबे होने की आशंका है।इतना ही नहीं 35 से ज्यादा डंपर भी मलबे में दबे हुए हैं। राहत और बचाव काम में जुटी टीम ने खान के अंदर से 9 शवों को बाहर निकाला है।
झारखंड के सीएम रघुवर दास ने अधिकारियों को बचाव और राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सीेएम ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 4 लाख रुपये और घायलों को 25 हजार रुपये मुआवजा देेने का भी ऐलान कर दिया है।
बचाव और राहत काम में तेजी लाने के लिए पटना से एनडीआरएफ की टीम ललमटिया के लिए रवाना की गई है।
।CISF के मुताबिक हादसे में सुरक्षा में तैनात संतरी सुरक्षित हैं और हादसे की वजह से बिजली की सप्लाई भी बाधित हो गई है।
वही केंद्रीय कोयला और बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि सरकार हादसे पर नजर बनाई हुई है। बचाव और राहत के काम को और तेज किया जा रहा है। इसके साथ ही हादसे की जांच के भी आदेश दे दिए गए हैं।
झारखंड में कोयले की कई खाने हैं। ईस्टर्न कोल फील्ड के अंतर्गत ललमटिया का ये कायला खदान आता है। इसस पहले भी झारखंड के धनबाद में कोयले की खान धंसने की वजह से कई मजदूरों की जान जा चुकी है।