झारखंड लिंचिंग: 2 गोरक्षकों का सरेंडर, मीट व्यापारी की हत्या का आरोप

झारखंड में एक मीट व्यापारी अलीमुद्दीन अंसारी की गोरक्षकों द्वारा की पीट-पीट कर की गई हत्या मामले में दो गोरक्षकों ने खुद को रामगढ़ डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के समक्ष सरेंडर कर दिया।

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Shivani Bansal
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झारखंड लिंचिंग: 2 गोरक्षकों का सरेंडर, मीट व्यापारी की हत्या का आरोप

झारखंड लिंचिंग: 2 गोरक्षकों का सरेंडर, मीट व्यापारी की हत्या का आरोप (फोटो क्रेडिट: Indian Express)

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झारखंड में 29 जून को मीट व्यापारी अलीमुद्दीन अंसारी की गोरक्षकों द्वारा पीट-पीट कर की गई हत्या मामले में दो आरोपियों ने सोमवार को खुद को रामगढ़ डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के समक्ष सरेंडर कर दिया। इन दोनों की पहचान दीपक मिश्रा और छोटू वर्मा के तौर पर की गई है और इन्हें गोरक्षा समिती का ख़ास सदस्य बताया जा रहा है।

अंग्रेजी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस कि रिपोर्ट् के मुताबिक पुलिस ने बताया कि यह दोनों उन लोगों की भीड़ में शामिल थे जिन्होंने इस हमले को अंजाम दिया। इस मामले में अब तक दस लोग गिरफ्तार किए जा चुके है, जबकि 5 लोग एफआईर में दर्ज 12 आरोपियों में से है।

इसके अलावा अन्य उन पांच लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है जिनके नाम एफआईआर में दर्ज नहीं है। गिरफ्तार लोगों में एक बीजेपी नेता भी है। पुलिस के मुताबिक मिश्रा और वर्मा ने सोमवार दोपहर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के समक्ष सरेंडर किया, जिसके बाद उन्हें ज्यूडिशियल कस्टडी के लिए भेज दिया गया है। 

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रामगढ़ के एसपी किशोर कौशल ने बताया, 'उन्होंने सरेंडर तक किया जब पुलिस के पास उनके खिलाफ अरेस्ट वारंट था और साथ ही उनकी प्रॉपर्टी को ज़ब्त करने की अनुमति भी मिल गई थी। अगर वो आज सरेंडर नहीं करते तो हमें उनकी प्रॉपर्टी ज़ब्त करने की प्रक्रिया शुरु करनी पड़ती।' 

उन्होंने बताया कि यह दोनों गो-रक्षक समिति के ख़ास सदस्य है। हालांकि पुलिस के पास मौजूद वीडियो क्लिप और फोटो में मिश्रा और वर्मा शिकार व्यक्ति को पीटते नज़र नहीं आ रहे लेकिन पुलिस का कहना है कि इन दोनों ने उसे पीटा और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित किया। 

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एक अधिकारी के मुताबिक, 'वो न सिर्फ पीड़ित को पीटने में शामिल थे बल्कि उन्होंने हमले को भी अंजाम दिया।'

इस बीच मुख्यमंत्री रघुबर दास ने कहा है कि कोई भी व्यक्ति जो शांति भंग कर करता है विकास कार्य में बाधा डालने के लिए ज़िम्मेदार है, और समाज के सभी लोगों को ऐसी घटनाओं की सूचना पुलिस को देनी चाहिए।

बता दें कि अंसारी को झारखंड के रामगढ़ शहर में 29 जून को अपनी गाड़ी में कथित रुप से बीफ ले जाने के चलते उग्र भीड़ ने मार दिया था।

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Source : News Nation Bureau

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