झारखंड के रांची शहर की सफाई व्यवस्था पर रांची नगर निगम हर माह तीन करोड़ से अधिक रुपये खर्च करता है. फिर भी शहर की हालत खस्ता बनी हुई है. वहीं पिछले पांच दिनों से आधे शहर में कर्मियों की मनमानी के कारण कूड़ा उठाया नहीं गया है. इस कारण जगह-जगह कचरे का अंबार लग गया है. बदबू से आने-जाने वाले लोगों को परेशानी हो रही है. दूसरी ओर नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि शहर में कूड़े को नियमित उठाया जा रहा है.
यह भी पढ़ें- Bihar lok sewa ayog 2019: आज है BPSC की परीक्षा, पढ़ लें ये अहम बातें
लगा है कचरे का ढेर
स्वच्छता ही सेवा का बड़ा-बड़ा होर्डिंग व बैनर लगाकर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने वाला निगम खुद शहर की सफाई करने में रुचि नहीं दिखा रहा है. यही कारण है कि सोमवार को शहर की अधिकतर सड़कों पर कूड़े का ढेर लगा हुआ था. कहीं कूड़े के ढेर पर आवारा पशु मंडरा रहे थे, तो कहीं पर सड़कों पर कचरा फैला था. लालपुर-कोकर मार्ग, लालपुर से थड़पखना, लालपुर चौक से सर्कुलर रोड होते हुए कचहरी चौक, कांटाटोली से बूटी मोड़ व बूटी मोड़ से बरियातू रोड होते हुए रिम्स, चेशायर होम रोड में जगह-जगह सड़क पर ही कूड़ा का ढेर लगा हुआ था.
मोहल्लों में भी जगह-जगह पसरी गंदगी
शहर की मुख्य सड़कों पर जहां कूड़े का ढेर लगा है, वहीं गलियों व मोहल्ले की हालत भी नारकीय है. पिछले कई दिनों से डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का कार्य नहीं होने के कारण लोग घर से निकलनेवाले कूड़े को नालियों व खुले स्थानों में फेंकने के लिए विवश हैं. इससे लोगों को परेशानी भी हो रही है.
कूड़े का उठाव नियमित हो रहा है. दीपावली पर लोग घरों की सफाई कर रहे हैं. इस कारण घरों से काफी मात्रा में कूड़ा निकल रहा है. वैसे सभी सुपरवाइजरों को यह निर्देश दिया गया है कि अगर उन्हें अपने वार्ड की सफाई के लिए अतिरिक्त संसाधन चाहिए, तो वह इसकी सूचना निगम को दें. निगम सुपरवाइजरों को जरूरी संसाधन उपलब्ध करायेगा.
Source : News Nation Bureau