G-20 में चीनी राष्ट्रपति शि जिनपिंग भारत नहीं आएंगे. उनकी जगह चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग चीन का प्रतिनिधित्व करेंगे. चीन के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने एक बयान में कहा कि भारत सरकार के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री ली कियांग जी-20 की बैठक में हिस्सा लेंगे. ली कियांग 9-10 सितंबर को राजधानी दिल्ली में आयोजित होने वाले 18वें जी 20 शिखर समिट में हिस्सा लेंगे. राष्ट्रपति जिनपिंग का जी 20 में हिस्सा नहीं लेना कई सवालों को जन्म देते हैं.
रूसी राष्ट्रपति व्दालिमीर पुतिन भी भारत नहीं आ रहे हैं. पुतिन ने पहले ही प्रधानमंत्री मोदी से टेलीफोन पर बात कर अपने नहीं आने की जानकारी दे दी है. पुतिन ने कहा था कि यूक्रेन में चल रहे युद्ध में विशेष सैन्य अभियान पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं. बता दें कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन नवंबर 2022 में भी जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं हुए थे. उस दौरान भी रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को लेकर वह शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लिए हुए थे.
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चीन भारत से अच्छे संबंध नहीं रखना चाहता
बता दें कि 9-10 सितंबर को दिल्ली में 18वां जी-20 सम्मेलन आयोजित होने जा रहा है. दुनिया भर के ताकतवर देश के राष्ट्राध्यक्ष भारत पहुंच रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ्रांस, कनाडा के राष्ट्रपति समेत जी20 समूह के सदस्यों के राष्ट्राध्यक्ष दिल्ली में आयोजित होने वाले सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंच रहे हैं. ऐसे में चीन ने जी-20 में हिस्सा नहीं लेकर यह तो साफ कर दिया कि वह भारत के साथ रिश्ते अच्छे नहीं रखना चाहता है. मेहमानों की हिफाजत के लिए 5000 से ज्यादा जवान तैनात किए गए हैं. यूं कहे तो सुरक्षा के लिए धरती से लेकर आसमान तक चाक चौबंद व्यवस्था की गई है. विदेशी मेहमानों की सुरक्षा के लिए जवानों को माइक्रो लेवल की ट्रेनिंग दी गई है.
Source : News Nation Bureau