जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों में तीसरी बार पुलिसकर्मी को अगवा करके आतंकवादियों ने मार डाला। इस तरह की घटना को केंद्रीय राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने साजिश करार दिया है।
जितेंद्र सिंह ने कहा, ' कश्मीरी जवानों को सुरक्षा बल में शामिल होने से हतोत्साहित किया जा सके इसलिए साजिश के तहत एक के बाद एक स्थानीय सुरक्षाकर्मियों की हत्या की जा रही है।'
और पढ़ें : लश्कर-ए-तैयबा के थे मुठभेड़ में मारे गए आतंकी, जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद्य ने की पुष्टि
इससे पहले जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई मुठभेड़ में मारे गए गए आतंकियों में से एक का संबंध पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से है। इस बात की पुष्टि राज्य के डीजीपी एसपी वैद्य ने की है।
मीडिया से बातचीत करते हुए डीजीपी ने कहा कि आतंकियों के पास से एके-47 राइफल सहित कई अन्य हथियार बरामद किए गए हैं।
रविवार को खुदवानी इलाके के कुलगाम में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई मुठभेड़ में तीन आंतकी मारे गए थे।
गौरतलब है कि आतंकवादियों ने कुलगाम से शुक्रवार रात एक पुलिस कांस्टेबल को अगवा कर गोली मार दी थी। पुलिसकर्मी मो.सलीम का शव कैमोह घाट इलाके से बरामद किया गया।
इससे पहले एक और पुलिसकर्मी जावेद डार का शव कुलगाम के परिवान गांव बरामद किया गया था। जावेद डार को शोपियां के मेडिकल शॉप से अगवा कर लिया गया था।
वहीं, 14 जून को सुरक्षाकर्मी औरंगजेब को पुलवामा से अगवा कर आतंकवादियों ने गोली मार दी थी।
और पढ़ें : झारखंडः नाबालिग छात्रा से रेप के आरोप में शिक्षक गिरफ्तार, मामला दर्ज
Source : News Nation Bureau