नई दिल्ली। कांग्रेस के कद्दावर नेता जितिन प्रसाद ( Jitin Prasad ) ने बुधवार को भारतीय जतना पार्टी ( BJP ) का दामन थाम लिया है। पहले से ही हाशिए पर चल रही कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है। जितिन प्रसाद उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के लिए बड़ा सिरदर्द साबित हो सकते हैं। उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव ( UP Assembly Election 2022 ) होने वाले हैं। देश और केंद्र की राजनीति में उत्तर प्रदेश बड़ी अहमियत रखता है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो यही वजह है कि भाजपा चुनाव से पहले अपने सभी सियासी समीकरण को दुरुस्त करने में जुट गई है।
ब्राह्मणों का एक बड़ा तबका भाजपा से बेहद नाराज
सूत्रों की मानें तो ब्राह्मणों का एक बड़ा तबका भाजपा से बेहद नाराज है। यह नाराजगी खासकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से है। ऐसे में भाजपा लंबे समय से एक बड़े ब्राह्मण चेहरे की तलाश मे थी, जो अब जाकर जितिन प्रसाद केे रूप में जाकर पूरी हुई। भाजपा इस कदम से यूपी के ब्राह्मणों को एक बड़ा संदेश देना चाहती है।
भाजपा का तुरुप का इक्का
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों की आबादी 14 प्रतिशत के आसपास है। यही वजह है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में ब्राह्मण निर्णायक भूमिका निभा सकता है। क्योंकि यह भाजपा का पारंपारिक वोट बैंक रहा है इसलिए वह इसको किसी भी कीमत पर खोना नहीं चाहती। वहीं, जितिन प्रसाद ब्राह्मण चेतना मंच नामक संगठन के आधार पर बिरादरी की राजनीति करते रहे हैं। इसके साथ वह शाहजहांपुर और ललितपुर समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश की दो दर्जन से अधिक सीटों पर अपना असर रखते हैं। जिसकी वजह से वह भाजपा को लाभ पहुंचा सकते हैं। यही वजह है कि यूपी में ब्राह्मण मतदाताओं को साधने के लिए भाजपा ने जितिन प्रसाद के रूप में यह तुरुप का इक्का चल दिया है।
योगी मंत्रिमंडल में मिल सकती है जगह
संभावना जताई जा रही है कि भाजपा जितिन प्रसाद को योगी सरकार में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देकर आगामी विधानसभा चुनाव में उतार सकती है। क्योंकि उत्तर प्रदेश सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार भी लंबे समय से प्रतीक्षित है। ऐसे में माना जा रहा है कि नई राजनीतिक परिस्थितियों में उनको मंत्रिमंडल विस्तार में कोई अहम जगह दी जा सकती है।
HIGHLIGHTS
- कांग्रेस के कद्दावर नेता जितिन प्रसाद ने BJP का दामन थाम लिया
- जितिन प्रसाद उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के लिए बड़ा सिरदर्द साबित हो सकते हैं
- जितिन पूर्वी उत्तर प्रदेश की दो दर्जन से अधिक सीटों पर अपना असर रखते हैं
Source : IANS/News Nation Bureau