दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में रविवार देर शाम कुछ नकाबपोश लोगों ने हिंसा की वारदात को अंजाम दिया. इसके बाद मामला गर्माता जा रहा है. अब जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हमले के खिलाफ छात्र दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर जुट गए हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
यह भी पढ़ेंःJNU हिंसा पर अमित शाह ने दिल्ली पुलिस से की बात, Joint CP से मांगी रिपोर्ट
गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने जेएनयू हिंसा (JNU Violence) को लेकर दिल्ली पुलिस (Delhi Police) से बातचीत की है. विदेश मंत्रालय ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में स्थिति का जायजा लेने के लिए दिल्ली के पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक से बात की है. साथ ही उन्होंने संयुक्त सीपी शालिनी सिंह से मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के लिए कहा है.
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और लेफ्ट छात्रों के ग्रुप के बीच रविवार को हिंसक झड़प हो गई. लेफ्ट और एबीवीपी एक-दूसरे पर मारपीट का आरोप लगा रहे हैं. जेएनयू हिंसा में कई छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जबकि करीब 11 छात्रों का कोई सुराग नहीं मिला है कि वे किस हालात में हैं. दिल्ली के एम्स में 18 घायल छात्रों को भर्ती कराया गया है. वहीं, पुलिस कमिश्नर आनंद मोहन ने मीडिया को बताया कि झड़प के बाद जेएनयू के अंदर पुलिस ने फ्लैग मार्च किया है.
यह भी पढ़ेंःJNU Violence: सर्वर रूम से शुरू हुई JNU हिंसा, जानें लेफ्ट-ABVP के बीच क्यों हुई मारपीट
बता दें कि इस हिंसा को लेकर जेएनयू छात्र संघ और एबीवीपी एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. जहां जेएनयू छात्र संघ (JNUSU) ने दावा किया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने हिंसा को अंजाम दिया है तो वहीं ABVP ने लेफ्ट विंग पर मारपीट करने का आरोप लगाया है. JNUSU का आरोप है कि भारी संख्या में ABVP के छात्र जेएनयू के साबरमति ढाबा के बाहर इकट्ठा हुए. उनके हाथों में लाठी और रॉड्स थे. वो हॉस्टल और कार के शीशे तोड़ रहे थे. जेएनयूएसयू अध्यक्ष आइशी घोष को बुरी तरह से पीटा गया. उसके सिर से बहुत सारा खून निकल रहा था.
Source : News Nation Bureau