रविवार की शाम को अचानक एक बार फिर से दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) परिसर में छात्रों ने हंगामा कर दिया. रविवार की शाम कुछ नकाबपोश लोगों का हॉस्टल के अंदर घुसकर छात्रों के साथ मारपीट करने और हिंसा फैलाने का मामला सामने आया है. इनमें से कुछ के हाथों में लाठी और डंडे भी दिखाई दे रहे हैं. इन लोगों ने हॉस्टल के अंदर घुस कर छात्रों की पिटाई की. नकाबपोश गुंडों के इस हमले में जेएनयू छात्र संघ (JNUSU) की अध्यक्ष आइशी घोष के सिर में चोट आई और वो बुरी तरह से घायल हो गईं हैं. इस हिंसा में करीब 25 छात्रों को चोट लगी है जिसके बाद उन्हें एम्स और सफदरजंग अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है.
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वहीं स्वराज इंडिया पार्टी के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने जेएनयू पहुंचकर कहा कि, जब जेएनयू परिसर में नकाबपोश गुंडे जेएनयू परिसर में घुस रहे थे तब पुलिस क्या कर रही थी पुलिस प्रोटेक्शन के साथ कैंपस में गुंडे घुसे हैं. उन्होंने आगे कहा कि, मैंने इस मामले में टीचर और स्टूडेंट्स से बात की है. इस हमले के बाद से कैंपस में दशहत का माहौल है. हॉस्टल के भीतर किसी छात्र का हाथ टूट गया है तो किसी के सिर में चोट लगी है. देश के प्रीमीयर कैंपस में पहले वैचारिक लड़ाइयां होती थी, लेकिन अब यह हमलों में तब्दील हो गई है.
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पुलिस की भूमिका योगेंद्र यादव ने उठाया सवाल
स्वराज पार्टी के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा कि अगर देश में ऐसे ही चलता रहा तो कैसे कोई संस्थान बचेगा. जब पुलिस को कैंपस के भीतर होना चाहिए तब वो एक किमी बाहर रास्ता बंद किए हुए खड़ी है और कैंपस में नकाबपोश गुंडे घूम रहे हैं वहीं जब इन्हें कैंपस में बच्चों की मदद करनी चाहिए थे तब ये बाहर थे. योगेंद्र यादव यहीं चुप नहीं हुए उन्होने व्यंग करते हुए कहा कि अगर पुलिस इतनी ही मुस्तैद है कि एक किमी पहले बैरिकेटिंग कर सकती है लेकिन कैंपस में पिट रहे छात्रों को बचाने के लिए कुछ नहीं कर सकती है. योगेंद्र यादव ने आगे कहा कि बीजेपी के लीडर पुलिस प्रोटेक्शन के साथ कैंपस के अंदर गए हैं और वहां पर गुंडों को लीड कर रहे हैं.
Source : News Nation Bureau