पत्रकार किशोराचंद वांगखेमचाचा की पत्नी ने अपने पति की गिरफ़्तारी को लेकर राज्य सरकार के ख़िलाफ़ सवाल खड़े किए हैं. पत्रकार की पत्नी ने कहा सरकार लोगों की आवाज़ दबाने की कोशिश कर रही है. हमने न्याय के लिए कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया है. उन्होनें कहा, 'हमने हाई कोर्ट (HC) में याचिका दाख़िल की है. यह राष्ट्रीय सुरक्षा को कैसे प्रभावित कर सकता है? वो NSA (राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून) कैसे लगाते हैं. मुझे समझ नहीं आ रहा है क्या करूं. यह अपने अधिकारों का प्रयोग लोगों की आवाज़ दबाने के लिए कर रहे हैं.'
बता दें कि सोशल मीडिया पर मणिपुर के मुख्यमंत्री की आलोचना करने को लेकर एक पत्रकार किशोरचंद्र वांगखेमचा को स्थानीय अदालत ने एक साल हिरासत में रखने की सजा सुनाई है. वांगखेमचा को यह सजा नैशनल सिक्यॉरिटी ऐक्ट (एनएसए) के तहत दी गई है.
गौरतलब है कि एक स्थानीय न्यूज चैनल में काम करने वाले 39 वर्षीय वांगखेमचा ने 19 नवंबर को सोशल मीडिया पर एक विडियो अपलोड किया था. इस वीडियो में मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को नरेंद्र मोदी सरकार की कठपुतली बताया गया था.
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इस टिप्पणी के बाद वांगखेमचा को इंफाल वेस्ट के डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट के आदेश पर 27 नवंबर को हिरासत में ले लिया गया. हालांकि बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया लेकिन कुछ दिनों बाद फिर से एनएसए के तहत गिरफ्तार कर लिया गया.
Source : News Nation Bureau