गणतंत्र दिवस पर लाल किले (Red Fort) की प्राचीर पर खालसा पंथ के निशान साहिब को फहराने वाले युवक की पहचान हो चुकी है. तरन तारण के रहने वाले बलदव को बेटा है जुगराज, जिसकी पहचान उसके ही रिश्तेदारों ने एक वीडियो जारी कर की. यह अलग बात है कि जुगराज के संबंध खालिस्तानियों (Khalistan) से होने की खबरों से इंकार करने वाले उसके पिता मामला बढ़ता देख परिवार समेत अपना घर छोड़कर चले गए हैं. इस बीच दिल्ली पुलिस ने लाल किले पर उपद्रव करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है.
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रिश्तेदारों ने ही की पहचान उजागर
गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली के लाल किले पर तिरंगे की जगह किसानों का झंडा फहराने की बात अब एक राष्ट्रीय मुद्दा बन गई है. पुलिस तमाम मुकदमों के बाद उन लोगों का पता लगाने में जुटी है, जो कि दिल्ली के इन प्रदर्शनों में शामिल थे. इस बीच लाल किले पर तिरंगा हटाकर अपना झंडा फहराने वाले शख्स की पहचान को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है. सोशल साइट्स पर वायरल हुए 2 मिनट 21 सेकंड के वीडियो में झंडा फहराने वाले युवक का नाम जुगराज सिंह बताया जा रहा है, जो कि पंजाब के तरनतारण का निवासी है. वीडियो में जुगराज का एक रिश्तेदार भी दिख रहा है, जो कि उसके पिता और दादा का परिचय कराता है.
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परिवार वाले बता रहे निर्दोष
हालांकि मामला बढ़ता देख जुगराज के परिजन घर छोड़ कर चले गए हैं. बताते हैं कि उसके परिवार में उसकी मां, पिता, दादा-दादी के अलावा एक बहन है. जुगराज की दो बहनों की शादी हो चुकी है. परिजनों का कहना है उनके पास दो एकड़ जमीन है, जिस पर वह खेती करते हैं. परिजनों के मुताबिक जुगराज मजदूरी करता है और उनके परिवार पर 5 लाख का कर्ज है. जुगराज के परिजनों ने उसके किसी भी खालिस्तानी मूवमेंट से संबंध होने की बात से इंकार किया है. उन्होंने बताया कि उन्हें टीवी में देख कर पता चला कि वहां पर झंडा जुगराज ने लगाया है.