न्यायमूर्ति अरुण कुमार मिश्रा (Rtd) राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष के रूप में कल संभालेंगे कार्यभार. वहीं जम्मू और कश्मीर हाई कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस महेश मित्तल कुमार और खुफिया ब्यूरो के पूर्व निदेशक राजीव जैन को भी एनएचआरसी के सदस्यों के रूप में नियुक्त किया गया है. चयन समिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, राज्यसभा के उपसभापति, हरिवंश, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल थे. हालांकि इस संबंध में अभी तक सरकार की ओर से आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है. समिति की तरफ से दलित, आदिवासी या अल्पसंख्यक समुदायों से किसी सदस्य को नियुक्त करने के सुझाव को स्वीकार नहीं करने के बाद कांग्रेस नेता खड़गे ने अपना विरोध दर्ज कराया.
वहीं जब समिति ने नए नामों की तलाश करने के बजाए शॉर्टलिस्ट किए गए नामों के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया, तो उन्होंने अपना असंतोष दर्ज कराया. पिछले साल दिसंबर में न्यायमूर्ति एचएल दत्तू के रिटायर होने के बाद से पांच महीने से भी अधिक समय से एनएचआरसी पुल टाइम अध्यक्ष के बिना है. एक टॉप लेवल के सूत्र ने कहा कि एनएचआरसी सदस्यों के दो खाली पदों के लिए जहां 12 नामों को शॉर्टलिस्ट किया गया था.
अध्यक्ष पद के लिए शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों में भारत के तीन पूर्व चीफ जस्टिस भी शामिल थे. हालांकि न्यायमूर्ति मिश्रा को आखिरकार राष्ट्रीय मानवाधिकार निकाय के अध्यक्ष के लिए चुना गया था. एक मुखर न्यायाधीश के रूप में जाने जाने वाले न्यायमूर्ति मिश्रा ने एक बार फरवरी 2020 में विवाद खड़ा कर दिया था. (सेवानिवृत्त) कल राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालेंगे.
Source : News Nation Bureau