कलकत्ता हाई कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सी.एस. कर्णन बुधवार को चेन्नई के सरकारी गेस्ट हाउस में मौजूद नहीं हैं। वह यहां मंगलवार को पहुंचे थे। अनुमान जताया जा रहा है कि वह आंध्र प्रदेश के श्रीकालाहस्ती कस्बे में स्थित मंदिर के लिए निकले हैं।
न्यायमूर्ति कर्णन को अवमानना के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को छह महीने कैद की सजा सुनाई है। अधिकारियों ने बताया कि कर्णन के साथ आए दो अन्य वकीलों से भी गेस्ट हाउस में उनके कमरे खाली करने को कहा गया है।
अधिकारियों के मुताबिक, न्यायमूर्ति कर्णन ने अभी आधिकारिक तौर पर कमरा नहीं छोड़ा है और उनका बिल अभी बकाया है। न्यायमूर्ति कर्णन के बारे में कहा जा रहा है कि वह श्रीकालाहस्ती मंदिर जा सकते हैं। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
इसे भी पढ़ेंः जस्टिस कर्णन को छह महीने की जेल, अवमानना मामले में सुप्रीम कोर्ट का आदेश
श्रीकालाहस्ती मंदिर के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि न्यायमूर्ति कर्णन बुधवार शाम तक श्रीकालहस्ती पहुंचकर गुरुवार को मंदिर में दर्शन करने वाले हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक को तत्काल न्यायमूर्ति कर्णन की गिरफ्तारी के आदेश पर अमल करने के लिए एक टीम गठित करने का आदेश दिया है।
इसे भी पढ़ेंः जस्टिस कर्णन और सुप्रीम कोर्ट में टकराव में नया मोड़, चीफ जस्टिस सहित 8 जजों को सुनाई 'सजा'
सुप्रीम कोर्ट ने मीडिया पर भी न्यायमूर्ति कर्णन की किसी भी टिप्पणी को प्रकाशित करने पर रोक लगा दी है। उन्हें भारत के मुख्य न्यायाधीश समेत सुप्रीम कोर्ट के जजों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के मामले में अवमानना का दोषी ठहराया गया है।
आईपीएल की सभी खबरों को पढ़ने के लिये यहां क्लिक करें
Source : IANS