जस्टिस शरद अरविंद बोबडे (Justice SA Bobade) सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court of India) के 47वें प्रधान न्यायाधीश (47 Chief Justice of India) बनने जा रहे हैं. जस्टिस शरद अरविंद बोबडे 18 नवंबर को पहले पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे. जस्टिस बोबडे का कार्यकाल 23 अप्रैल 2021 तक हो सकता है. बता दें कि प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई (CJI Ranjan Gogoi) के रिटायरमेंट के बाद जस्टिस शरद अरविंद बोबडे का ही नाम लिया गया था.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जस्सिट बोबडे के नाम पर आखिरी मुहर लगा दी है.
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कौन हैं जस्टिस बोबड़े
महाराष्ट्र के नागपुर में 24 अप्रैल, 1956 को जन्मे जस्टिस एसए बोबडे अभी सुप्रीम कोर्ट के जज हैं. वे महाराष्ट्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, मुंबई और महाराष्ट्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, नागपुर के चांसलर भी हैं. उनके पिता का नाम अरविंद श्रीनिवास बोबडे है. उन्होंने नागपुर विश्वविद्यालय (Nagpur University) से बीए और एलएलबी की डिग्री हासिल की है. एसए बोबडे 29 मार्च 2000 को बॉम्बे हाई कोर्ट की खंडपीठ में अपर न्यायाधीश बने थे.
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एसए बोबडे ने 16 अक्टूबर 2012 को मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का पद संभाला था. 12 अप्रैल 2013 को सुप्रीम कोर्ट में उन्हें पदोन्नत किया गया. उनका कार्यकाल 23 अप्रैल 2021 को खत्म होगा.
HIGHLIGHTS
- जस्टिस शरद अरविंद बोबडे बनेंगे 47 वें प्रधान न्यायाधीश.
- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बोबड़े के नाम पर लगाई मुहर.
- मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की लेंगे जगह.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो