विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को इस साल कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को रवाना किया. इस तीर्थयात्रा के आयोजन में सहयोग प्रदान करने के लिए चीन का शुक्रिया अदा करते हुए उन्होंने कहा, 'यह दोनों देशों के बीच लोगों के आने-जाने (पीपल टू पीपल एक्सचेंज), दोस्ती और समझ को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है.' उन्होंने इस यात्रा के निजी अनुभव भी साझा किए. उन्होंने चीन के राजदूत रहने के दौरान वर्ष 2012 में कैलाश मानसरोवर की यात्रा की थी.
कैलाश मानसरोवर तिब्बत में कैलाश माउंटेन रेंज में 21,778 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. हिंदू इसे भगवान शिव का निवास स्थान मानते हैं. जयशंकर ने कहा कि इस तीर्थयात्रा को लेकर लोगों की रुचि लगतार बढ़ती जा रही है. पहला जत्था लिपुलेख दर्रे से होकर कैलाश मानसरोवर पहुंचेगा और इस दौरान श्रद्धालुओं को कुछ ट्रैकिंग भी करनी पड़ेगी.