Kamal Nath News: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं. कमलनाथ ने कल यानी शनिवार को कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि उन्होंने इस्तीफे के पीछे कोई वजह नहीं बताई थी, लेकिन माना जा रहा है कि राज्यसभा से पत्ता कटने के कारण कमलनाथ कांग्रेस नेतृत्व से नाराज चल रहे थे. ऐसे में लोकसभा चुनाव से पहले कमलनाथ का बीजेपी में जाना कांग्रेस के लिए बड़ा नुकसान माना जा रहा है. हालांकि कमलनाथ की ओर से अभी तक इस बारे में कोई ऐलान नहीं किया गया है. लेकिन माना जा रहा है कमलनाथ अपने सांसद बेटे नकुलनाथ के साथ आज बीजेपी की दामन थाम सकते हैं. इस मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी मौजूद रह सकते हैं.
यह खबर भी पढ़ें- Farmers Protest: सरकार और किसान संगठनों के बीच आज अहम बैठक, MSP समेत इन मुद्दों पर अटकी बात
9 बार के सांसद कमलनाथ
कमलनाथ के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें उस समय तेज हो गई थीं, जब उनके बेटे नकुलनाथ ने सोशल मीडिया पर अपने प्रोफाइल से कांग्रेस को हटा दिया था. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर नकुलनाथ ने अपने प्रोफाइल में केवल मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से ही सांसद लिखा. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि छिंदवाड़ा कमलनाथ का गढ़ माना जाता है. कमलनाथ 9 बार छिंदवाड़ा से सांसद रह चुके हैं. उनकी जगह अ ब उनका बेटा नकुलनाथ इस सीट से सांसद है. वहीं, बेटे के साथ राजधानी दिल्ली पहुंचे कमलनाथ ने बीजेपी में शामिल होने संबंधी मीडिया के सवाल के जवाब में कहा कि अगर ऐसा कुछ होगा तो आप लोगों को समय से सूचित कर दिया जाएगा. हालांकि कांग्रेस आलाकमान की तरफ से अभी तक इस बारे में कोई बयान नहीं आया है.
यह खबर भी पढ़ें- Weather Update: दिल्ली-NCR में फिर बदलेगा मौसम का मिजाज, बारिश से सर्दी होगी रिटर्न
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार से नाजार राहुल गांधी
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नवंबर 2023 में मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी कमलनाथ से नाराज हैं. चर्चा यह भी है कि कमलनाथ राज्यसभा के रास्ते संसद में एंट्री मारना चाहते थे, लेकिन कांग्रेस ने उनकी जगह कोई दूसरा उम्मीदवार उतार दिया. हालांकि इससे पहले कमलनाथ का नाम कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए भी चला था. लेकिन उस समय कमलनाथ ने अपना नाम इसलिए वापस ले लिया था, क्योंकि उनको विधानसभा चुनाव में अपनी सरकार बनाने का भरोसा था, लेकिन नतीजे उनकी सोच से बिल्कुल विपरीत आए. ऐसे में कमलनाथ न तो कांग्रेस के अध्यक्ष ही बन सके और न ही राज्य में उनकी सरकार बन सकी. ऊपर से कांग्रेस आलाकमान की नाराजगी के चलते वह राजनीति में अलग-थलग पड़ गए थे.
Source : News Nation Bureau