मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कांग्रेस की सरकार जाने के बाद कार्यकारी मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamalnath) शनिवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे. वे भोपाल से 11:30 बजे सुबह दिल्ली के लिए रवाना होंगे. वहीं दूसरी तरफ बेंगलुरु में रूके कांग्रेस के पूर्व बागी विधायक आज दिल्ली आएंगे. सभी बागी विधायक दिल्ली में आज ही ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात करेंगे. कमलनाथ और सोनिया गांधी की मुलाकात प्रदेश की सियासत के लिए काफी मायने रख सकती है. कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रदेश के ताजे सियासी घटनाक्रमों को लेकर चर्चा हो सकती है.
यह भी पढ़ें- कोरोना वायरस की वजह से इंग्लैंड में सभी पेशेवर क्रिकेट 28 मई तक बंद
10 दिनों से बेंगलुरु में रुके थे बागी विधायक
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के बागी विधायक बीते 10 दिनों से बेंगलुरु में रुके हुए थे. पूर्व विधायक सिंधिया से मुलाकात के बाद अपने क्षेत्र में लौटेंगे. पिछले कई दिनों से चल रहे सियासी ड्रामे का शुक्रवार को अंत हो गया. होली से पहले ही एमपी में सियासी संकट चल रहा था. ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के बाद सियासी संकट शुरू हो गया था. शुक्रवार को इसका अंत हो गया. कमलनाथ (Kamalnath) ने बहुमत परीक्षण कराने से पहले ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने राजभवन में राज्यपाल लाल जी टंडन से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप दिया. कमलनाथ के इस्तीफे के बाद एक ट्वीट काफी सुर्खियों में है.
यह भी पढ़ें- कोरोना वायरस: भारत में आंकड़ा 300 के करीब, 288 मामलों की पुष्टि
सुर्खियों में मध्य प्रदेश कांग्रेस का ट्वीट
यह ट्वीट मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किया है. इस ट्वीट में दावा किया गया है कि 15 अगस्त को कमलनाथ मुख्यमंत्री के तौर पर ध्वजारोहण करेंगे और परेड की सलामी लेंगे. इस ट्वीट में सरकार की विदाई को कुछ ही दिनों के लिए बताया गया है. कहा कि यह बहुत ही अल्प बिराम है. संभाल कर रखने की सलाह भी दी गई है. हालांकि इस ट्वीट को लेकर सवाल भी उठने लगे हैं. सवाल यह है कि क्या कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी की बनने वाली सरकार को गिराने की तैयारी में अभी से जुट जाएगी? यह सवाल इसलिए वाजिब है, क्योंकि कमलनाथ के साथ उनके कई मंत्री भी राजभवन पहुंचे थे.