कानपुर रेल हादसे में कई लोगों की मौत हो गई। कई घायल हो गए। हादसे के बाद उन परिजनों के ऊपर पहाड़ टूट पड़ा है, जिनके अपने इस घटना का शिकार हो गए हैं। यहां तक कि हिम्मत बांध कर शवगृह तक भी जा रहे हैं, हर शवों के चेहरे से कपड़ा हटा कर देख रहे हैं, ताकि कम से कम अपनों का शव ही मिल सके।
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कानपुर के हैलेट अस्पताल में रेलवे पुलिस से अनिल मिश्रा जवाब मांग रहे हैं। वह अपनी छोटी बहन रश्मि द्विवेदी को तलाश की तलाश कर रहे हैं। अनिल ने उस बोगी की हर एक बर्थ देख ली, जहां उसकी बहन बैठी थी। बहन के वहां नहीं मिलने पर अनिल हैलट अस्पताल की मॉर्चरी में पहुंचे। घायलों में भी रश्मि की तलाश की, लेकिन वह नहीं मिली।
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अनिल के मुताबिक, इस दुख की घड़ी में दर्द पर मरहम लगाना तो दूर, रेलवे पुलिस ठीक से बात भी नहीं कर रही है। वहीं, इस मुश्किल घड़ी में पुराने नोटों के बंद होने की वजह से भी परेशानी हो रही है।
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Source : News Nation Bureau