कानपुर से 60 किलोमीटर दूर पुखरायां में इंदौर-पटना एक्सप्रेस हादसे का शिकार हो गई। इस हादसे ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। सैकड़ों लोग मौत की आगोश में समा गए तो कई लोग अभी भी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं।
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ट्रेन हादसे के बाद चंदौली जिले के खुर्द गांव में मातम पसरा है। गांव के दो युवक दीपू और अर्पित ट्रेन हादसे का शिकार हो गए। दोनों युवक ट्रेन में सफाई करने का काम करते थे।
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अर्पित के चाचा ने बताया कि रविवार की शाम 4 बजे दीपू और अर्पित के मैनेजर ने दोनों के घरवालों को फोन कर उन्हें फौरन कानपुर आने को कहा। आनन-फानन में घरवाले कानपुर पहुंचे। दोनों युवकों की कहीं कोई खबर नहीं मिलने पर घरवालों ने अस्पतालों का चक्कर काटना शुरू किया। वहां दोनों की लाश मिली।
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दीपू और अर्पित की मौत की खबर मिलते ही पूरे गांव में मातम पसर गया। दोनों के घरों में चीख-पुकार मच गई। दीपू अपने परिवार का एकलौता सहारा था। कुछ साल पहले ही उसकी शादी हुई थी। दीपू का एक बेटा है और पत्नी गर्भवती भी है। उसकी मौत के बाद पत्नी और मां के आंसू थम नहीं रहे हैं। पिता का कहना है कि हादसे ने उनके बुढ़ापे की लाठी छीन ली।
Source : News Nation Bureau